खुद की अलग पहचान बनाने के लिए डीटीएच ऑपरेटर अब शादी-ब्याह और ट्रैवल पोर्टलों जैसे सेवा प्रदाताओं के साथ हाथ मिला रही हैं।
डिश टीवी ने शादी डॉट कॉम, टाटा स्काई ने भारत मैट्रिमोनी और एयरटेल ने मेकमाईट्रिप के साथ गठजोड़ किया है। अभी सबसे ताजा टाई-अप टाटा स्काई और एटम टेक्नोलॉजी के बीच हुआ है।
इन्होंने एक अलग ही दिशा (एम-पेमेंट) में चलने के लिए कदम बढ़ाया है। पिछले जितने भी गठजोड़ हुए हैं, वे अधिकांश इंटरऐक्टिविटी और सर्विसेज के लिए थे। लेकिन यह खास तौर से सुविधाएं मुहैया कराने के लिए है।
हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की सेवाएं नए ग्राहकों को जोड़ने में मददगार साबित नहीं होंगी। हां, यह संभव है कि इन सेवाओं से पहले से मौजूद ग्राहकों को लुभाया जा सकता है। कुछ हद तक टाटा स्काई और एटम के बीच गठजोड़ कुछ फायदेमंद साबित हो सकता है। मसलन, एम-पेमेंट चैनल ग्राहकों को भुगतान करने के लिए एक सुविधाजनक प्रणाली की पेशकश करेगा।
टाटा स्काई के सीएफओ अतुल बंसल ने बताया, ‘ग्राहकों को इंटरऐक्टिव आवाज प्रक्रिया (आईवीआर) तकनीक मुहैया करना के लिए हमने एटम टेक्नोलॉजी के साथ गठजोड़ किया है। इस तकनीक के जरिए हम अपने ग्राहकों को ज्यादा सुविधाएं प्रदान कर सकेंगे।
ग्राहक इस तकनीक का इस्तेमाल अतिरिक्त विकल्पों के लिए भुगतान जैसे-अतिरिक्त टॉप-अप और टाटा स्काई के नए कनेक्शन की खरीदारी के लिए कर सकते हैं।’ एटम टेक्नोलॉजी के देवांग नेराला ने बताया, ‘वास्तव में यह तकनीक ग्राहकों को एक नया वितरण चैनल मुहैया कराएगा।
इस तकनीक का इस्तेमाल करने के बाद ग्राहकों को डीलर या फिर वितरक के पास जाने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी।’ नेराला के मुताबिक वर्तमान ने डीटीएच कंपनियां वितरण और संग्रहण खर्चों में कटौती करने की जुगत में हैं। एम-पेमेंट सेवा डीटीएच कंपनियों के लिए लक्ष्य तक पहुंचने में मददगार साबित होगी।
नेराला ने बताया, ‘अगर कोई ग्राहक अपनी कुछ शिकायतों को लेकर डीटीएच कॉल सेंटर से संपर्क करता है और उत्पादों की खरीद को लेकर अपनी इच्छा जाहिर करता है तो कॉल सेंटर इस पेमेंट विकल्प या एम-पेमेंट को सीधे तौर पर पेशकश कर सकती है। इस विकल्प को हासिल करने के लिए ग्राहक को फोन पर ही एटम की आईवीआर पेमेंट प्रणाली का इस्तेमाल करना होगा।
इस तरह, बिक्री के नजरिए से यह प्रणाली ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकती है, जो कि किसी भी सेवा प्रदाताओं के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है।’ अर्न्स्ट ऐंड यंग के परामर्शदाता (सेवाएं) देवेंद्र पारुलेकर ने इस पर सहमति जताते हुए कहा, ‘इस तरह की सेवाएं सेवा प्रदाता के लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं।
क्योंकि जो व्यक्ति जिस किसी उत्पाद के बारे में जानकारी हासिल कर रहा है, वह खरीदार भी बन सकता है।’ एम-पेमेंट सामान की खरीदारी को और भी आसान बना सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि यह प्रवृति अन्य डीटीएच कंपनियों द्वारा भी अपनाया जा सकता है।
एम-पेमेंट से डीटीएच पर मुहैया कराई जाने वाली मैट्रिमोनी और ट्रैवल जैसी सेवाओं के इस्तेमाल को भी बढ़ा सकती है क्योंकि एम-पेमेंट के जरिए ग्राहक को भुगतान करने में सहूलियत होगी। अगर यह सेवा चल पड़ी तो इससे सेवा प्रदाताओं सहित मैट्रिमोनी और ट्रैवल पोर्टलों की भी चांदी हो जाएगी।
शादी कॉम जैसे सेवा साझेदारों का कहना है कि फिलहाल वे यह आकलन करने की स्थिति में नहीं हैं कि यह सेवा उनके लिए किस तरह फायदेमंद साबित हो सकती है। हालांकि एम-पेमेंट सेवा को लेकर डीटीएच कंपनियां ज्यादा उत्साहित हैं। उन्हें उम्मीद है कि यह सेवा उनकी उम्मीदों पर खरी उतरेगी।