अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (यूएसएफडीए) की ओर से निगरानी सख्त किए जाने के बाद इंडियन फार्मास्यूटिकल्स अलायंस (आईपीए) अपने सदस्यों व अन्य दवा कंपनियों के साथ मासिक बैठक करने की योजना बना रहा है, जिससे जांच की समस्याओं से निपटा जा सके।
आईपीए के सीनियर टेक्निकल एडवाइजर और यूएसएफडीए के इंडिया डायरेक्टर (ऑफिस ऑफ ग्लोबल ऑपरेशन) शिरीष बेलापुरे ने कहा कि गुणवत्ता के मसले पर आईपीए सदस्यों के साथ वह नियमित बैठकें कर रहे हैं। बेलापुरे ने कहा, ‘आईपीए ने इस मसले पर ठीक एक महीने पहले बैठक की थी, जिसमें दवा कंपनियों ने की गई कार्रवाई साझा की और बताया कि उन्होंने किस तरह बदलाव किए हैं।’
उन्होंने कहा कि हमने अपने समूह के सदस्यों व अन्य कंपनियों के साथ हर महीने बैठक करने की योजना बनाई है, जिससे वे अपने अनुभव साझा कर सकें कि उन्होंने क्या बदलाव किए हैं।
यूएसएफडीए में कंट्री डायरेक्टर साराह मैकमुलन ने हाल में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि फर्मों की सुधारात्मक कार्रवाई के बारे में सूचना साझा करने में व्यवधान के कारण यूएसएफडीए उद्योग के भीतर जानकारी साझा करने को प्रोत्साहित करता है। फर्मों की सुधारात्मक कार्रवाई के बारे में यूएसएफडीए क्या साझा कर सकता है, इसकी सीमाएं हैं।