‘एसएमएस शेयरों’ में निवेशकों को एक साल बाद ही मिल सकेगी रकम

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 15, 2022 | 2:42 AM IST

निवेशकों को कथित ‘एसएमएस शेयरों’ की बिक्री से मिलने वाली पूंजी हासिल होने में एक साल तक का विलंब हो सकता है। एक्सचेंजों ने 45 शेयरों को इस सूची में रखा है जिसमें भारतीय रेल खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी), एडलवाइस फाइनैंशियल सर्विसेज, अदाणी गैस और आईआरबी इन्फ्रा जैसे कुछ लोकप्रिय नाम शामिल हैं। शेयर कीमतों में हेरफेर करने वाले कारोबारियों द्वारा भेजे गए एसएमएस टिप्स के आधार पर खरीद-बिक्री से जुड़े शेयरों को ‘एसएमएस स्टॉक्स’ नाम दिया गया है।
इस सूची को इन शेयरों में दांव लगाने के लिए अनधिकृत इकाइयों द्वारा भेजे जाने वाले अनचाहे मैसेजों के आधार पर तैयार किया गया है। एक्सचेंजों ने इन शेयरों में निगरानी बढ़ा दी है और अब इनमें भुगतान इन शेयरों के सौदे से जुड़े पक्षों की उचित जांच के बाद ही जारी किया जाएगा।
एक्सचेंजों द्वारा नई एसएमएस शेयर सूची उन कंपनियों के लिए जारी की गई है जिनमें जून से अगस्त के बीच मैसेजों और व्हाट्सऐप तथा टेलीग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के जरिये बड़े पैमाने पर ट्रेडिंग टिप्स जारी किए गए।
एक नियामकीय अधिकारी ने कहा कि यह नया कदम उस निगरानी व्यवस्था के तहत उठाया गया है जिसे स्टॉक एक्सचेंजों ने पिछले सप्ताह सेबी के निगरानी विभाग के साथ परामर्श के बाद अंतिम रूप दिया।
नई व्यवस्था में स्टॉक एक्सचेंजों द्वारा निर्देशित जरूरी जांच पूरी होने के बाद ही रुका हुआ पैसा जारी करने की अनुमति होगी। अब तक बिक्री की पूंजी रोके रखने के लिए इस तरह की कोई समय-सीमा नहीं है।
इसलिए, यदि ग्राहक (निवेशक) अनचाहे मैसेज की सूची में शामिल शेयर बेचता है तो उसे क्रेडिट या भुगतान नहीं मिलेगा। ब्रोकर उसका भुगतान रोककर रखेगा और अलग बैंक खाते में स्थानांतरित किया जाएगा। कथित पूंजी को खाते में डेबिट के साथ समायोजित नहीं किया जा सकेगा।
पूर्व-निर्धारित मानक के आधार पर एक्सचेंज समय समय पर शेयरों की सूची प्रकाशित करते हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि नियामक और एक्सचेंजों ने इस तरह की बिक्री को निगरानी उपायों के तौर पर पेश करने के लिए कुछ खास मानक और फॉर्मूले अपनाए हैं, और इनके विश्लेषण के बाद ही एक्सचेंज इस सूची को पेश करते हैं।
जून में, स्टॉक एक्सचेंजों ने इस सूची की नई श्रेणी पेश की- सूचना और जांच प्रक्रिया। इससे पहले दो श्रेणियां थीं- ऐतिहासिक वॉच लिस्ट और मौजूदा वॉच लिस्ट। कुल 45 शेयरों को सूचना से संबंधित श्रेणी में रखा गया है जिनमें से 19 शेयर वॉच लिस्ट के तहत शामिल हैं। इनमें अदाणी गैस, अलेंबिक, बोडल केमिकल्स, डेल्टा कॉर्प, एडलवाइस फाइनैंशियल सर्विसेज, जीएचसीएल, इंडिया सीमेंट्स, आईटीआई, आईओएल केमिकल्स, आईआरबी इन्फ्रा, मास्टेक और आईआरसीटीसी शामिल हैं। सूचना से संबंधित श्रेणी के शेयरों में वॉचलिस्ट में शामिल होने की संभावना रहेगी।
हालांकि कुछ प्रमुख नामों की वजह से, ब्रोकरों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि इससे वास्तविक निवेशकों को असुविधा हो रही है।

First Published : September 2, 2020 | 12:47 AM IST