भारतीय बाजार में मूल्य के मोर्चे पर वृद्धि दिख रही है लेकिन वॉल्यूम (मात्रात्मक बिक्री) में गिरावट जारी है। यूनिलीवर के मुख्य कार्याधिकारी एलन जोप ने जून तिमाही के वित्तीय नतीजे की घोषणा के दौरान विश्लेषकों से यह बात कही। उन्होंने कहा कि विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई के कारण खपत में गिरावट दिख रही है।
जोप ने कहा, ‘हमें हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) की बाजार के मुकाबले लगातार बेहतर प्रदर्शन दर्ज करने की क्षमता में भरोसा है। हमें इसकी झलक बाजार हिस्सेदारी के मोर्चे पर काफी दमदार प्रदर्शन में मिलती है।’ उन्होंने कहा कि एचयूएल की वृद्धि का आधार काफी व्यापक है और उसे दमदार पोर्टफोलियो एवं प्रतिस्पर्धा से रफ्तार मिल रही है।
तिमाही के दौरान एचयूएल ने 19.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की और उसकी मात्रात्मक बिक्री में 6.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। तिमाही के दौरान कंपनी ने अपने उत्पादों की कीमतों में 12 फीसदी की वृद्धि की।
कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी ग्रैमी पिटकेथली ने कहा कि कंपनी भारत में अपने आपूर्ति नेटवर्क को दुरुस्त करते हुए उसका दायरा बढ़ा रही है।
जून तिमाही के दौरान कंपनी की मात्रात्मक बिक्री में 6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जबकि उद्योग में 5 फीसदी का संकुचन दिखा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने मात्रात्मक बिक्री में 9 फीसदी की वृद्धि दर्ज की थी।
एचयूएल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी संजीव मेहता ने भी कहा, ‘मात्रात्मक बिक्री के नजरिये से बाजार में नरमी अभी भी बरकरार है। मुद्रास्फीति अब भी चिंता का प्रमुख कारण है। वृहद परिप्रेक्ष्य में यह काफी महत्तवपूर्ण है कि हमने महंगाई को नियंत्रित किया है।’
