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Adani Group नवी मुंबई में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विस्तार में ₹30,000 करोड़ का और निवेश करेगा

अदाणी ग्रुप ने पहले ही इस ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट में 20,000 करोड़ रुपये लगाए हैं, अब अगले चरण के लिए फंड जुटाने की योजना है

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देव चटर्जी   
Last Updated- October 06, 2025 | 7:42 PM IST

नवी मुंबई में बन रहा नया इंटरनेशनल एयरपोर्ट अब सुर्खियों में है। अदाणी ग्रुप इस एयरपोर्ट को और बड़ा करने के लिए 30,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करने जा रहा है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। अदाणी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड के सीनियर अधिकारियों ने बताया कि पहला चरण तैयार है और अब दूसरे टर्मिनल की डिजाइन पर काम शुरू हो चुका है। यह एयरपोर्ट 2029 तक भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन सकता है।

अदाणी ग्रुप ने पहले ही इस ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट में 20,000 करोड़ रुपये लगाए हैं। अब अगले चरण के लिए फंड जुटाने की योजना है। इसके लिए डेट और इक्विटी का मिश्रण होगा। कंपनी भविष्य में अपनी एयरपोर्ट होल्डिंग कंपनी को शेयर बाजार में लिस्ट करने की भी सोच रही है, लेकिन अभी इसकी कोई समयसीमा नहीं बताई गई। महाराष्ट्र सरकार की इस प्रोजेक्ट में 26 फीसदी हिस्सेदारी है, बाकी हिस्सा अदाणी ग्रुप के पास है।

पहले चरण में 20 मिलियन यात्रियों की क्षमता

एयरपोर्ट का पहला चरण इस हफ्ते शुरू हो रहा है। इसमें एक रनवे होगा और यह हर साल 20 मिलियन यात्रियों को संभाल सकेगा। पहले दिन से ही यहां घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होंगी। अदाणी के एक अधिकारी ने बताया कि पहले चरण की पूरी क्षमता के लिए अकासा एयर, इंडिगो और एयर इंडिया के साथ करार हो चुका है। शुरुआत में हर घंटे 20 से 23 विमानों की आवाजाही होगी। जैसे-जैसे ऑपरेशन स्थिर होगा, इसे बढ़ाने की गुंजाइश है।

अदाणी ग्रुप का लक्ष्य है कि यह एयरपोर्ट न सिर्फ यात्रियों के लिए बल्कि कार्गो के लिए भी बड़ा हब बने। दूसरे चरण में 30 मिलियन यात्रियों की अतिरिक्त क्षमता जुड़ेगी। साथ ही एक बड़ा कार्गो टर्मिनल और भारत का सबसे बड़ा मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल (MRO) सेंटर बनेगा, जिसमें पांच बड़े हैंगर होंगे। पूरी तरह तैयार होने पर यह एयरपोर्ट हर साल 3.8 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो संभाल सकेगा।

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कनेक्टिविटी पर खास ध्यान

नवी मुंबई एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हाल ही में खुला अटल सेतु ब्रिज दक्षिण मुंबई से नवी मुंबई तक का सफर सिर्फ 20 मिनट में पूरा करता है। इसके अलावा, मेट्रो लिंक और मुंबई-हैदराबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर की योजना है, जो एयरपोर्ट के पूर्वी हिस्से से होकर गुजरेगा। यह रेल कॉरिडोर एयरपोर्ट को और बेहतर कनेक्टिविटी देगा।

अदाणी ग्रुप का कहना है कि नवी मुंबई एयरपोर्ट को वैश्विक हब बनाने की योजना है, जैसा कि दुबई में है। इसके लिए एयर इंडिया और इंडिगो की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का फायदा उठाया जाएगा। एयरपोर्ट का डिजाइन ऐसा होगा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों और कार्गो को बिना बार-बार सिक्योरिटी और कस्टम चेक के ट्रांसफर किया जा सके। हालांकि, इसके लिए रेगुलेटरी मंजूरी जरूरी होगी।

भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा

पूरा प्रोजेक्ट 1,160 हेक्टेयर में फैला है। इसमें चार टर्मिनल होंगे, जो ऑटोमेटेड पीपल मूवर्स से जुड़े होंगे। इसके अलावा अंडरग्राउंड फ्यूल हाइड्रेंट सिस्टम और कार्गो व यात्रियों की आवाजाही के लिए खास नेटवर्क तैयार होगा। सभी टर्मिनल चालू होने के बाद यह एयरपोर्ट हर साल 100 मिलियन यात्रियों को संभाल सकेगा।

अदाणी ग्रुप अभी भारत में आठ एयरपोर्ट का संचालन करता है और कंपनी नवी मुंबई को अपनी एविएशन रणनीति का केंद्र बनाना चाहती है। एक अधिकारी ने कहा, “भारत की आर्थिक तरक्की, मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार और वैश्विक एविएशन हब की जरूरत को देखते हुए, नवी मुंबई एयरपोर्ट इस सपने को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगा।”

यह एयरपोर्ट न सिर्फ यात्रियों के लिए बल्कि कार्गो के लिए भी भारत का सबसे बड़ा हब बनने की राह पर है। अदाणी का यह प्रोजेक्ट भारत के एविएशन सेक्टर में नया कीर्तिमान स्थापित करने को तैयार है।

First Published : October 6, 2025 | 7:02 PM IST