कंपनियां

भारतीय दवा बाजार में 6 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि

कार्डियक, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और एंटी-इंफेक्टिव जैसे प्रमुख उपचार क्षेत्रों की दवा बाजार में करीब 38 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

Published by
संकेत कौल   
Last Updated- November 11, 2024 | 10:10 PM IST

भारतीय औषधि बाजार (IPM) में अक्टूबर 2024 के दौरान 6.1 प्रतिशत की मूल्य वृद्धि दर्ज की गई है और प्रमुख उपचारों में अच्छी मूल्य वृद्धि देखी गई है। बाजार अनुसंधान निकाय फार्मारैक की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। इन उपचारों में से कार्डियक, डर्मेटोलॉजी और एंटी-डायबिटीज उपचार क्षेत्रों ने क्रमशः 11.5 प्रतिशत, 11.1 प्रतिशत और 9.4 प्रतिशत की मूल्य वृद्धि प्रदर्शित की है जिससे समूचे दवा बाजार को बढ़ावा मिला है।

यह मूल्य वृद्धि ऐसे समय हुई है जब दवा बाजार ने वॉल्यूम वृद्धि में 1.8 प्रतिशत की कमी दर्ज की है। इस पर टिप्पणी करते हुए फार्मारैक में उपाध्यक्ष (वाणिज्यिक) शीतल सापले ने कहा कि नई दवाओं और मूल्य वृद्धि से इस महीने बाजार वृद्धि को बढ़ावा मिला है।

अक्टूबर 2023 और सितंबर 2024 के बीच दवा बाजार का औसत कुल कारोबार (एमएटी – जो पिछले 12 महीनों का कुल कारोबार है) में 7.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई जिससे बाजार में कुल कारोबार 2.18 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया, जबकि घरेलू बाजार में वॉल्यूम 0.3 प्रतिशत घट गया।

कार्डियक, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और एंटी-इंफेक्टिव जैसे प्रमुख उपचार क्षेत्रों की दवा बाजार में करीब 38 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इनके एमएटी में क्रमशः 12.2 प्रतिशत, 9.1 प्रतिशत और 9.1 प्रतिशत की मजबूत वॉल्यूम वृद्धि देखी गई है।

हालांकि प्रमुख कंपनियों ने अक्टूबर के दौरान घरेलू बाजार में सामान्य मासिक मूल्य वृद्धि दर्ज की है। लेकिन न्यूट्रिशिया (30.6 प्रतिशत), बेयर (19.6 प्रतिशत), कोरोना (16.4 प्रतिशत) और ग्लेनमार्क (13.8 प्रतिशत) ने शीर्ष 40 कंपनियों के बीच बाजार में बड़ी मासिक मूल्य वृद्धि दर्ज की है।

First Published : November 11, 2024 | 10:07 PM IST