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AI अपनाने में दुनिया की दूसरी कंपनियों से आगे भारतीय कंपनियां

उद्यमों को अपनी उत्पादकता और नवाचार बढ़ाने में मदद मिल रही है।

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शिवानी शिंदे   
Last Updated- September 24, 2024 | 11:20 PM IST

आईबीएम इंडिया के प्रमुख संदीप पटेल ने मंगलवार को कहा कि भारतीय कंपनियां आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) अपनाने के मामले में अपनी वैश्विक प्रतिस्पर्धियों से आगे हैं। हाइब्रिड क्लाउड और एआई हमारे समय की दो बेहद परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकियां हैं, जिनसे उद्यमों को अपनी उत्पादकता और नवाचार बढ़ाने में मदद मिल रही है।

उन्होंने मुंबई में कंपनी के प्रमुख कार्यक्रम आईबीएम थिंक 2024 में कहा, ‘एआई में स्पष्ट रूप से तेजी आ रही है। भारतीय उद्यम एआई इस्तेमाल करने के मामले में अपने वैश्विक प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आईबीएम ऑफ एआई एडॉप्शन इंडेक्स के एक ताजा सर्वे के अनुसार वैश्विक रूप से 59 प्रतिशत भारतीय उद्यमी किसी न किसी रूप में एआई का उपयोग कर रहे हैं।’ यह सभी बाजारों में सबसे अधिक है।

जहां दोनों प्रौद्योगिकियां परिवर्तनशील हैं, लेकिन व्यवसायों को इनसे जुड़ी चुनौतियों से निपटना होगा। आईटी क्षेत्र में करीब 80 प्रतिशत निर्णयकर्ता हाइब्रिड क्लाउड परिवेश में परिचालन करते हैं। पटेल ने कहा, ‘लेकिन करीब दो-तिहाई कंपनियों ने जटिल परिवेश का प्रबंधन करने में समस्याएं महसूस की हैं और यह चुनौती बनी रहेगी, क्योंकि व्यवसायी कई क्लाउड में जेनरेटिव एआई का इस्तेमाल करते हैं।’

क्लाउड पर बढ़ते व्यय का 30 प्रतिशत से अधिक हिस्सा व्यर्थ चला जाता है। पटेल ने कहा, ‘एआई के मामले में इस तरह के खर्च की बर्बादी नहीं है, वास्तविकता यह है कि लोग पर्याप्त रूप से आगे नहीं बढ़ रहे हैं।’ आईबीएम में डेटा एवं एआई मामलों के लिए महा प्रबंधक (उत्पाद प्रबंधन) रीतिका गुन्नर ने अपने प्रजेंटेशन में कहा कि एआई, क्वांटम और हाइब्रिड क्लाउड तेजी से व्यवसायों में बदलाव ला रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘अगले चार वर्षों के दौरान एआई की ताकत के साथ कम से कम 1 अरब ऐप्लीकेशन विकसित किए जाएंगे।’

पटेल ने कहा कि बदलते नियमों से भारत और विदेशों में उद्यमों के प्रौद्योगिकी खर्च पर असर पड़ेगा। एक वर्ष में नियम तय होने लगेंगे और निश्चित हो जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘आईबीएम सरकार को मजबूत दृष्टिकोण प्रदान करने में सबसे आगे रही है और हम यह काम बहुत सक्रियता से करते हैं।’

 

First Published : September 24, 2024 | 11:20 PM IST