टॉमी हिलफिगर अपने ब्रांड की 40वीं वर्षगांठ मना रहा है और कंपनी का कहना है कि शुरुआती दौर में भारत ने इसमें महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ब्रांड के चौथे दशक में प्रवेश का जश्न मनाने के लिए भारत पहुंचे हिलफिगर ने ब्रांड का इतिहास साझा किया और बताया कि मोहन मुरजानी ने उन्हें सन् 1985 में इसके लिए प्रोत्साहित किया था कि वह एक ऐसा ब्रांड बनाएं जो विश्व के प्रीमियम लाइफस्टाइल ब्रांड में से एक हो।
हिलफिगर ने कहा, ‘जब मैं पहली बार मुरजानी से मिला था तो मैं कैल्विन क्लेन के लिए काम करने जा रहा था और उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं क्या कर रहा हूं। मैंने कहा कि मैं कैल्विन क्लेन के लिए काम करने जा रहा हूं। उन्होंने मुझे ऐसा करने से मना किया और कहा कि चलो मिलकर टॉमी हिलफिगर ब्रांड शुरू करते हैं।’
ब्रांड के 40 साल पूरे होने पर मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में हिलफिगर ने कहा कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत सन् 1985 में अपने पहले कलेक्शन की डिजाइनिंग के साथ शुरू की थी, जिसे मुंबई के उपनगर सांताक्रूज की एक छोटी फैक्टरी में तैयार किया गया था। 70 वर्ष से अधिक के हिलफिगर ने कहा कि अपना पहला कलेक्शन डिजाइन करते समय कुछ ऐसा बनाने पर ध्यान दिया जिसे वह खुद पहनना चाहेंगे।
टॉमी हिलफिगर ने अपने शुरुआती सालों में भारत में ही अपने पैर जमाए लेकिन आधिकारिक तौर पर वह गुजरात की टेक्सटाइल फर्म अरविंद फैशन के साथ साझेदारी के जरिये साल 2000 के दशक की शुरुआत में बाजार में उतरा।