प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
पश्चिम एशिया में हवाई क्षेत्र बंद होने से भारतीय विमानन कंपनियों को उड़ानों के संचालन में गंभीर चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है। ईरान ने सोमवार देर रात कतर स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर मिसाइल से हमला किया, जिसके बाद पश्चिम एशिया के कई हिस्सों में हवाई क्षेत्र कई घंटों तक बंद कर दिए गए।
ईरान, कतर, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), बहरीन और कुवैत ने हमले के बाद अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए थे, जिस कारण विमानन कंपनियों को वहां से गुजरने वाली उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, देर से उड़ानी पड़ीं या उनके रास्ते बदलने पड़े। मगर मंगलवार सुबह युद्ध विराम की खबर आने और तनाव कम होने पर कतर, बहरीन, कुवैत और यूएई सहित अधिकतर खाड़ी देशों ने अपने हवाई क्षेत्र वापस खोल दिए। इसके बाद भी ईरान का हवाई क्षेत्र बंद रहा, जिससे भारत को पश्चिम एशिया के रास्ते यूरोप और उत्तरी अमेरिका को जोड़ने वाले हवाई मार्गों पर उड़ान सेवा प्रभावित रहीं।
एयर इंडिया ने सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात साढ़े बारह बजे घोषणा की थी कि वह पश्चिम एशिया जाने वाली तथा उत्तर अमेरिका एवं यूरोप से आने-जाने वाली सभी उड़ानें रोक रही है। मगर दिन में उसने उड़ानें चालू कर दीं। विमानन कंपनी के प्रवक्ता ने दोपहर पौने चार बजे कहा, ‘पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों में हवाई क्षेत्र जैसे-जैसे खुलते जाएंगे वैसे-वैसे ही एयर इंडिया उन इलाकों के लिए अपनी उड़ानें बहाल करती जाएगी। पश्चिम एशिया जाने और वहां से आने वाली ज्यादातर उड़ानें 25 जून तक बहाल हो जाएंगी।’
प्रवक्ता ने कहा कि यूरोप से आने-जाने वाली जो उड़ानें पहले रद्द कर दी गई थीं, उन्हें भी बहाल किया जा रहा है। इसी तरह अमेरिका और कनाडा के ईस्ट कोस्ट के लिए विमानन सेवाएं भी जल्द ही पटरी पर आ जाएंगी। एयर इंडिया ने आगाह किया कि हवाई मार्ग बदलने की वजह से कुछ उड़ानें रद्द हो सकती हैं या उनमें देर हो सकती है। लेकिन उसने कहा कि जो रास्ते महफूज नहीं हैं, उन पर वह अपने विमान नहीं उड़ाएगी। प्रवक्ता ने कहा, ‘हमारे यात्रियों, कर्मचारियों एवं विमानों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे पहले है।’
बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो ने भी रात करीब 12:40 पर परामर्श जारी कर बताया कि दुबई, दोहा, बहरीन, दम्मम, अबू धाबी, कुवैत, रास अल-खैमा और बिलिसी के लिए उड़ानों में रुकावट आ रही है। रात 1:50 बजे उसने कहा कि एहतियात के तौर पर जेद्दा, मस्कट, शारजाह, रियाद और मदीना सहित 15 शहरों के लिए उड़ानें सुबह दस बजे तक के लिए रोक दी गई हैं। मंगलवार सुबह साढ़े छह बजे कहा गया कि हवाई अड्डे खुलने के साथ उड़ानें भी धीरे-धीरे शुरू की जा रही हैं।
अकासा एयर ने आधी रात के बाद जारी बयान में आगाह किया कि पश्चिम एशिया जाने वाली उड़ानों पर असर पड़ सकता है और यात्री घरों से निकलने से पहले उड़ान की स्थिति पता कर लें। स्पाइसजेट ने रात करीब 2 बजे परामर्श जारी कर हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण उड़ानों में व्यवधान पड़ने की आशंका जताई। उसने यात्रियों को वेबसाइट देखने और हेल्पलाइन पर संपर्क करने के लिए कहा।
भारतीय विमानन कंपनियों की मुश्किल इसलिए भी बढ़ गईं क्योंकि पाकिस्तान ने उनके लिए अपना आसमान बंद कर रखा है। उसने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद से ही भारतीय विमानों को अपने हवाई क्षेत्र में प्रवेश से रोक दिया है। इसलिए भारतीय विमानन कंपनियों को अरब सागर, मिस्र और कॉकेशस के ऊपर लंबे रास्ते से उड़ान भरनी पड़ रही है, जिसमें समय भी ज्यादा लगता है और ईंधन भी।