facebookmetapixel
दूसरे चरण के लोन पर कम प्रावधान चाहें बैंक, RBI ने न्यूनतम सीमा 5 फीसदी निर्धारित कीभारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर जल्द सहमति की उम्मीद, ट्रंप बोले—‘हम बहुत करीब हैं’बीईई के कदम पर असहमति जताने वालों की आलोचना, मारुति सुजूकी चेयरमैन का SIAM के अधिकांश सदस्यों पर निशानाइक्जिगो बना रहा एआई-फर्स्ट प्लेटफॉर्म, महानगरों के बाहर के यात्रियों की यात्रा जरूरतों को करेगा पूरासेल्सफोर्स का लक्ष्य जून 2026 तक भारत में 1 लाख युवाओं को एआई कौशल से लैस करनाअवसाद रोधी दवा के साथ चीन पहुंची जाइडस लाइफसाइंसेजQ2 Results: ओएनजीसी के मुनाफे पर पड़ी 18% की चोट, जानें कैसा रहा अन्य कंपनियों का रिजल्टअक्टूबर में स्मार्टफोन निर्यात रिकॉर्ड 2.4 अरब डॉलर, FY26 में 50% की ग्रोथसुप्रीम कोर्ट के आदेश से वोडाफोन आइडिया को एजीआर मसले पर ‘दीर्घावधि समाधान’ की उम्मीदछोटी SIP की पेशकश में तकनीकी बाधा, फंड हाउस की रुचि सीमित: AMFI

India CEOs Message: वैश्विक चुनौतियों के प्रति उद्योग जगत के दिग्गजों ने किया आगाह

नव वर्ष पर कंपनी जगत के मुख्य कार्याधिकारियों ने कर्मचारियों को लिखा पत्र

Last Updated- January 01, 2025 | 9:41 PM IST
टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव में मिले 20,000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव

भारतीय उद्योग जगत के मुख्य कार्याधिकारियों ने नए साल पर अपने कर्मचारियों को पत्र लिखा है। उनके पत्र में प्रतिकूल वैश्विक परिस्थितियों और बदलती दुनिया में अनिश्चितताओं का मुख्य तौर पर जिक्र किया गया है, जहां एक-दूसरे पर निर्भरता ही अर्थव्यवस्था को आकार दे रही है।

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने साल 2024 को अप्रत्याशित साल बताते हुए अपने पत्र की शुरुआत की है। शुरुआती संदेश में चंद्रशेखरन ने कहा है, ‘दुनिया भर में साल 2024 को भूराजनीतिक अस्थिरता और वृहद आर्थिक दृष्टिकोण में मामूली सुधार के लिए जाना जाएगा।’

उन्होंने कर्मचारियों को लिखे अपने पत्र में यूक्रेन, गाजा और सूडान में सैन्य संघर्षों को ध्यान में रखते हुए यूरोप, पश्चिम एशिया और अफ्रीका के साथ-साथ बांग्लादेश और दक्षिण कोरिया में जन आंदोलन से मानवीय संकट बढ़ने का बी जिक्र किया है। उन्होंने कहा है, ‘दुनिया के शीर्ष नेताओं को टैरिफ बढ़ाने का ख्याल आ रहा है।’ चंद्रा ने पत्र में उल्लेख किया है कि राजनीतिक परिवर्तन और व्यवधान घरेलू और विदेश नीति को आकार दे रहे हैं और इसमें आव्रजन, प्रौद्योगिकी और वैश्विक व्यापार का योगदान है।

वाहन से लेकर वित्त, आतिथ्य तक में फैले एक अन्य बड़े समूह महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भी कर्मचारियों को दिए अपने साल के आखिरी संदेश में कहा है कि दुनिया भर में बीते कुछ साल झटके, बदलाव और अनिश्चितताओं से भरे रहे हैं। उन्होंने कहा कि साल 2024 कोई अपवाद नहीं है और हम एक बदलती दुनिया का अनुभव कर रहे हैं, जहां परस्पर निर्भरता और एक सीधी सरल दुनिया बीते जमाने की बातें हो जाएंगी। अंतरराष्ट्रीय संबंध ज्यादा से ज्यादा लेनदेन वाले हो सकते हैं, जो देशहित से प्रेरित होंगे।

मगर उन्हें भरोसा है कि भारत अपनी सुरक्षा खुद से करने के साथ-साथ और भी काफी कुछ करने के लिए काफी अच्छी स्थिति में है। कर्मचारियों को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है, ‘वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला प्रणाली में एक महत्त्वपूर्ण आधार बनने के लिए समानताओं से मिलने वाले अवसर का फायदा लेकर भारत अपनी आर्थिक क्षमता मजबूत कर सकता है। हम कई अन्य देशों के मुकाबले अनियमित वैश्विक प्रतिकूल स्थितियों से कम प्रभावित होंगे। उस परिप्रेक्ष्य में हमारे समूह के पास घरेलू और अंतरराष्ट्रीय वृद्धि के अवसरों की कोई कमी नहीं होनी चाहिए।’

इस तेजी से बदलती दुनिया में अवसरों का लाभ लेने की बात कहते हुए टाटा समूह के चेयरमैन ने उल्लेख किया कि समूह अगले पांच वर्षों में पांच लाख विनिर्माण नौकरियां पैदा करने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि समूह सभी क्षेत्रों में परिचालन का विस्तार कर रहा है और इस पर जोर दिया कि यह भारत के विनिर्माण के लिए स्वर्ण युग था। वहीं, महिंद्रा ने कहा कि बाधाओं के बावजूद लोग बेहतर जीवन और बेहतर दुनिया की अपनी कल्पनाओं को पूरा कर सकते हैं।

अग्रणी अस्पताल श्रृंखला फोर्टिस हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी आशुतोष रघुवंशी ने भी इस बात का उल्लेख किया है कि कि पिछले वर्ष में उन्होंने अपने नेटवर्क में 12 अस्पतालों में मेडिकल रिकॉर्ड्स (ईएमआर) प्रणाली के रोलआउट सहित प्रौद्योगिकी में आई महत्त्वपूर्ण प्रगति को अपनाया है, जिससे कंपनी की परिचालन दक्षता और रोगी देखभाल में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। समूह तकनीकी एकीकरण के लिए और अधिक कवायद कर रहा है।
(सोहिनी दास, दीपक पटेल और अनीका चटर्जी )

First Published - January 1, 2025 | 9:41 PM IST

संबंधित पोस्ट