भारतीय फार्मा कंपनी जाइडस कैडिला ने स्पेन की लैबोरेट्रीज कॉम्बिक्स के 100 फीसदी शेयरों का अधिग्रहण कर लिया है।
हालांकि इसके लिए कंपनी ने कितने रुपये खर्च किये इसका खुलासा नहीं किया गया है। लैबोरेट्रीज कॉम्बिक्स पूरी तरह जेनेरिक दवाओं का कारोबार करती है। इस अधिग्रहण के जरिये अब कैडिला सालाना 21.5 फीसदी की विकास दर वाले 68 अरब रुपये के इस कारोबार में भी प्रवेश कर सकेगी।
एक तरफ जहां साल 2007 में फार्मा बाजार की विकास दर मात्र 6 फीसदी थी वहीं जेनेरिक दवाओं के बाजार की विकास दर 21.5 फीसदी रही। यूरोपीय दवा बाजार में स्पेन का दवा बाजार पांचवें स्थान पर है।
साल 2006 में स्थापित कॉम्बिक्स बिक्री और विपणन सहित 17 मोलेक्यूल की दवाओं का निर्माण करती है। इसके अलावा कंपनी की कई दवाओं को अभी बाजार में लॉन्च किया जाना बाकी है। इस अधिग्रहण से कैडिला को कॉम्बिक्स के कारोबार के जरिये उत्पादों के विकास, उच्च गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धी दामों पर बाजार में दवा पेश करने में आसानी रहेगी।
जॉयडस कैडिला के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक पंकज पटेल ने कहा, ‘हम पहले से ही इस क्षेत्र में आने की योजना बना रहे थे। मुझे पूरा यकीन है कि इस अधिग्रहण के बाद हमें जेनेरिक दवाओं के बाजार में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने का मौका मिलेगा।’
कैडिला का कारोबार अमेरिका, जापान, यूरोप, लैटिन अमेरिका, एशिया-प्रशांत क्षेत्र और अफ्रीका तक फैला है। वित्त वर्ष 2007-08 में कंपनी के निर्यात में 72 फीसदी का इजाफा हुआ है।