सत्यम प्रकरण पर इंस्टीटयूट ऑफ चार्टर्ड अकाउटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) की उच्च स्तरीय समिति ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट जारी कर दी है।
आईसीएआई ने एक तरफ सत्यम में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या 53 हजार होने की बात को सही ठहराते हुए मरहम लगाने की कोशिश की है, वहीं 23 दिसंबर से 5 जनवरी के बीच राजू के परिवार के सदस्यों के शेयरों को गिरवी रखने वाली संस्थाओं द्वारा शेयरों की धड़ाधड़ हुई बिक्री को देखते हुए घोटाले से भी इनकार नहीं किया है।
समिति ने अपनी रिपोर्ट में सत्यम के नवगठित बोर्ड के सदस्य तरुण दास के हवाले से बताया है कि कंपनी के रिकॉर्ड की जांच-पड़ताल करने पर यह बात साफ हो गई है कि कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या सही है।
इनमें लगभग 43 हजार कर्मचारी सत्यम की भारत स्थित इकाइयों में काम कर रहे हैं, वहीं लगभग 8 हजार कर्मचारी सत्यम की विदेशी इकाइयों में कार्यरत हैं।?गौरतलब है कि समिति की अध्यक्षता आईसीएआई के नवनियुक्त अध्यक्ष उत्तम प्रकाश अग्रवाल कर रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जिनके पास रामलिंगा राजू के परिवार के सदस्यों के शेयर गिरवी थे, उन्होंने बिकवाली की।