भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी हुंडई मोटर इंडिया ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4) के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का शुद्ध मुनाफा (PAT) इस तिमाही में 4% गिरकर ₹1,583 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह ₹1,649 करोड़ था। पिछली तिमाही (Q3) की तुलना में इस तिमाही में मुनाफा 40% बढ़ा है, जो ₹1,124 करोड़ से बढ़कर ₹1,583 करोड़ हुआ।
कंपनी का कुल रेवेन्यू (Standalone revenue) इस तिमाही में ₹17,562 करोड़ रही, जो पिछले साल की इसी तिमाही से 2.5% ज्यादा है। पिछली तिमाही के मुकाबले रेवेन्यू 8% बढ़ा, जो ₹16,241.5 करोड़ था। हुंडई का EBITDA इस तिमाही में थोड़ा बढ़कर ₹2,533 करोड़ हुआ, लेकिन EBITDA मार्जिन 14.3% से घटकर 14.1% रह गया।
हुंडई ने बताया कि देश में अपनी कुल बिक्री में SUV का हिस्सा अब 68.5% पहुंच गया है, जो कंपनी के लिए अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। खासतौर पर शहरी और ग्रामीण दोनों बाजारों में SUV की मांग तेज रही। कंपनी की लोकप्रिय SUV CRETA ने मिडसाइज SUV सेगमेंट में 30% से ज्यादा बाजार हिस्सेदारी बनाए रखी है। पूरे ग्रुप के स्तर पर (Consolidated basis) Q4 FY25 में हुंडई का नेट मुनाफा ₹1,614 करोड़ रहा, जो पिछले साल के ₹1,677 करोड़ से करीब 4% कम है। रेवेन्यू में सालाना 1.5% की बढ़त देखी गई, जो ₹17,940 करोड़ रहा।
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पूरे वित्त वर्ष में, हुंडई का standalone नेट प्रॉफिट 7.7% गिरकर ₹5,492 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल यह ₹5,954 करोड़ था। कुल रेवेन्यू में भी 1.3% की मामूली गिरावट हुई और यह ₹66,423 करोड़ रहा।
हुंडई इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर उनसू किम ने कहा कि FY25 में कंपनी ने ग्राहकों की बदलती जरूरतों को समझकर सही कदम उठाए। उन्होंने कहा कि CRETA Electric और Alcazar FL जैसे नए मॉडल्स की सफलता से कंपनी को बाजार में मजबूती मिली है।
उन्होंने यह भी बताया कि वैश्विक बाजारों में मजबूत ब्रांड पहचान के कारण कंपनी ने निर्यात बढ़ाए और कई चुनौतियों के बावजूद अच्छी बिक्री बनाए रखी। उन्होंने कहा कि घरेलू बाजार में अगले कुछ समय तक धीमी मांग बनी रह सकती है, लेकिन कंपनी FY26 में घरेलू बिक्री में धीमी वृद्धि और निर्यात में 7-8% की तेजी की उम्मीद कर रही है।
हुंडई मोटर इंडिया के बोर्ड ने ₹10 फेस वैल्यू के प्रत्येक शेयर पर ₹21 (210%) डिविडेंड देने की सिफारिश की है। यह डिविडेंड शेयरधारकों की मंजूरी के बाद ही मिलेगा।