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HUL Q3: आइसक्रीम कारोबार पर कंपनी बोर्ड ने ले लिया बड़ा फैसला, पढ़िए सारा मामला

HUL Q3 नतीजों की घोषणा के साथ कंपनी ने बताया कि HUL Board ने हिंदुस्तान यूनिलीवर के आइसक्रीम कारोबार को KWIL में अलग करने की योजना को भी मंजूरी दे दी है।

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निमिष कुमार   
Last Updated- January 22, 2025 | 7:39 PM IST

हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) के निदेशक मंडल ने 22 जनवरी, 2025 को आयोजित अपनी बैठक में HUL और उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी क्वालिटी वॉल्स (इंडिया) लिमिटेड (KWIL) के बीच एचयूएल के आइसक्रीम कारोबार को केडब्ल्यूआईएल में अलग करने के लिए व्यवस्था की योजना को मंजूरी दी।

योजना के अनुसार, HUL में रखे गए प्रत्येक एक इक्विटी शेयर के लिए KWIL का एक इक्विटी शेयर आवंटित किया जाएगा । KWIL के विभाजन और लिस्टिंग के बाद, KWIL की पूरी शेयरधारिता सीधे HUL के शेयरधारकों के पास होगी।

KWIL भारत में एक अग्रणी सूचीबद्ध आइसक्रीम कंपनी होगी, जिसका प्रबंधन अपने विशिष्ट व्यवसाय मॉडल और बाजार की गतिशीलता के अनुकूल रणनीतियों को लागू करने के लिए अधिक ध्यान और लचीलेपन से लैस होगा । इसके अलावा, यह कारोबार सबसे बड़े वैश्विक आइसक्रीम व्यवसाय से पोर्टफोलियो, ब्रांड और नवाचार विशेषज्ञता से लैस रहेगा, जिससे यह बाज़ार में लीडर हो सके।

आइसक्रीम कारोबार के डीमर्जर पर क्या बोले HUL CEO

HUL के सीईओ और प्रबंध निदेशक रोहित जावा ने कहा, “हमारी आइसक्रीम श्रेणी एक हाई ग्रोथ वाला व्यवसाय है, जिसमें ‘क्वालिटी वॉल्स’, ‘कॉर्नेटो’ और ‘मैग्नम’ जैसे प्रतिष्ठित ब्रांड एक आकर्षक सेगमेंट में काम कर रहे हैं। डीमर्जर से एचयूएल के शेयरधारकों को उचित मूल्य मिलेगा और उन्हें आइसक्रीम की ग्रोथ जर्नी में निवेशित रहने की सुविधा मिलेगी। ये डीमर्जर, कंपनी अधिनियम, 2013 और अन्य लागू कानूनों के प्रावधानों के अनुसार है, और डीमर्जर वैधानिक और विनियामक अनुमोदन (statutory and regulatory approvals) पर निर्भर करेगा।

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आवश्यक थी HUL के शेयरहोल्डर्स की मंजूरी

इस मामले पर बिजनेस स्टैंडर्ड ने नवंबर, 2025 की अपनी रिपोर्ट में बताया था कि कंपनी ने एकस्चेंज फाइलिंग में कहा था कि आइसक्रीम बिजनेस को अलग करने का निर्णय शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन है। डीमर्जर की योजना को अगले वर्ष याने जनवरी, 2025 की शुरुआत में बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। बोर्ड ने आइसक्रीम बिजनेस को अलग करने के विभिन्न तरीकों पर विचार किया और सभी शेयरधारकों के लिए अधिकतम मूल्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उचित विचार-विमर्श के बाद बिजनेस को अलग करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी है।

डीमर्जर से लीडिंग लिस्टेड आइसक्रीम कंपनी का होगा जन्म

HUL ने कहा था कि इस डीमर्जर से भारत में एक अग्रणी लिस्टेड आइसक्रीम कंपनी का जन्म होगा, जिसके पास केंद्रित प्रबंधन होगा और इसे अपने विशिष्ट व्यवसाय मॉडल और बाजार की गतिशीलता के अनुरूप रणनीतियों को लागू करने में अधिक लचीलापन मिलेगा। इसके अलावा, यह बिजनेस ग्लोबल स्तर पर सबसे बड़े आइसक्रीम बिजनेस से पोर्टफोलियो, ब्रांड और इनोवेशन विशेषज्ञता से लैंस रहेगा, जिससे यह बाजार में अपनी सफलता बनाए रख सकेगा। HUL के लिए आइसक्रीम बिजनेस एक हाई ग्रोथ वाला सेक्टर है। कंपनी इस सेक्टर में ‘मिड से हाई सिंगल डिजिट प्रॉफिटेबिलिटी’ के साथ काम करती हैं।

स्वतंत्र समिति की सिफारिश पर लिया गया है डीमर्जर का फैसला

सितंबर, 2024 में, कंपनी के बोर्ड ने यूनिलीवर द्वारा अपने आइसक्रीम बिजनेस को अलग करने के फैसले के बाद आइसक्रीम बिजनेस की संभावनाओं और आगे की योजना का मूल्यांकन करने के लिए स्वतंत्र निदेशकों की एक समिति का गठन किया था। स्वतंत्र समिति की सिफारिश के आधार पर, बोर्ड ने अक्टूबर 2024 में इस बिजनेस को अलग करने की घोषणा की थी।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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First Published : January 22, 2025 | 7:38 PM IST