देश की सबसे बड़ी उपभोक्त वस्तु कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) कोविड महामारी और लॉकडाउन की चुनौतियों को पीछे छोड़ती दिख रही है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का शुद्घ मुनाफा पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 8.7 फीसदी बढ़कर 2,009 करोड़ रुपये रहा। ब्लूमबर्ग द्वारा विश्लेषकों के बीच कराए गए सर्वेक्षण में कंपनी का शुद्घ मुनाफा 1,915 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था। सितंबर 2020 तिमाही में कंपनी की आय भी 16.1 फीसदी बढ़कर 11,442 करोड़ रुपये रही। विश्लेषकों ने 11,138 करोड़ रुपये आय का अनुमान लगाया था। एचयूएल ने कहा कि तिमाही नतीजों की तुलना पिछले साल से पूरी तरह नहीं किया जा सकता क्योंकि इसमें जीएसके कंज्यूमर के पोषण कारोबार को भी शामिल किया गया है। कंपनी ने पिछले साल जीएसके कंज्यूमर से इस कारोबार को खरीदा था।
अगर पोषण कारोबार को हटा दें तो एचयूएल की आय जुलाई-सितंबर तिमाही में 3 फीसदी बढ़ी है। कंपनी पर नजर रखने वाले विश्लेषकों का कहना है कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए एचयूएल ने बेहतर नतीजे घोषित किए हैं। कंपनी की 60 फीसदी बिक्री शहरी इलाकों में हुई है और ग्रामीण बाजारों की हिस्सेदारी 40 फीसदी है। ब्रोकरेज हाउस शेयरखान में सहायक उपाध्यक्ष, शोध कौस्तुभ पवास्कर ने कहा, ‘एचयूएल का प्रदर्शन काफी हद तक हमारे उम्मीद के अनुरूप रहा है। स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण उत्पादों का कारोबार दो अंक में बढ़ा है।’
एचयूएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक संजीव मेहता ने कहा कि आने वाली तिमाहियों में उपभोक्ता मांग बढऩे को लेकर हम आशान्वित हैं।
मेहता ने कहा, ‘परिचालन कोविड के पहले के स्तर पर आ गया है लेकिन शहरी और खास तौर पर महानगरों में मांग में नरमी बनी हुई है। ग्रामीण बाजारों का प्रदर्शन बेहतर रहा है। बुरा दौर अब पीछे छूट चुका है और आगे मांग में सुधार की उम्मीद है।’
सितंबर तिमाही में एचयूएल का एबिटा 17 फीसदी बढ़कर 2,869 करोड़ रुपये रहा और मार्जिन में 30 आधार अंक का सुधार हुआ है। एचयूएल के मुख्य वित्त अधिकारी श्रीनिवास पाठक ने कहा कि लागत घटाने के उपाय और चाय की कीमतों में वृद्घि से हमें जिंसों के दाम बढऩे के असर को कम करने में मदद मिली। कंपनी ने ब्रांडों पर निवेश बढ़ाया है और प्रतिस्पद्र्घी बनी हुई है।
फूड एवं रिफ्रेशमेंट उत्पादों का कारोबार पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 83 फीसदी बढ़कर 3,379 करोड़ रुपये का रहा। इसके मार्जिन में 60 आधार अंक का इजाफा हुआ है। सौंदर्य एवं पर्सनल केयर उत्पादों से होने वाली आय 0.2 फीसदी घटकर 4,535 करोड़ रुपये रही लेकिन एबिटा 1 फीसदी बढ़ा है।
होम केयर उत्पादों की आय 1.6 फीसदी घटकर 3,318 करोड़ रुपये रही लेकिन इसके मार्जिन में 280 आधार अंक का इजाफा हुआ है।
