हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) ने आज आयोजित निदेशक मंडल की बैठक में अपने आइसक्रीम कारोबार के लिए आगे की रणनीति पर चर्चा की और इसके लिए स्वतंत्र निदेशकों की समिति बनाने का फैसला किया।
मैग्नम आइसक्रीम बनाने वाली कंपनी ने विज्ञप्ति में कहा ‘उचित विचार-विमर्श के बाद निदेशक मंडल ने कंपनी के स्वतंत्र निदेशकों की समिति (स्वतंत्र समिति) गठित करने का फैसला किया है ताकि कंपनी के आइसक्रीम कारोबार की संभावनाओं का मूल्यांकन करने और आगे बढ़ने के बेहतर तरीके पर बोर्ड को सिफारिश की जा सके। इसमें यह भी कहा गया है कि स्वतंत्र समिति की सिफारिश के आधार पर मामले को ऑडिट समिति और बोर्ड के अंतिम विचार के लिए रखा जाएगा।
शेयर बाजार को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि बोर्ड ने इसकी संभावित संरचनाओं और विकल्पों का पता लगाने के लिए भी अपनी मंजूरी दे दी है। कंपनी की यह कवायद उसकी मूल कंपनी यूनिलिवर के उस बयान के बाद शुरू हुई है, जिसमें उसने कहा था कि वह अपने वैश्विक आइसक्रीम कारोबार सभी क्षेत्रों में अलग करेगी।.
एचयूएल के लिए उसका आइसक्रीम कारोबार उसके कुल कारोबार में 5 फीसदी से भी कम का योगदान देता है। वित्त वर्ष 2024 में एचयूएल की स्टैंडअलोन शुद्ध बिक्री 59,579 करोड़ रुपये थी। मार्च में यूनिलीवर ने एक जवाबदेह संगठन के जरिये ध्यान केंद्रित करने और वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए व्यापक उत्पादकता कार्यक्रम शुरू करने की भी घोषणा की थी। यूनिलीवर ने तब यूरोप में उन कर्मचारियों के साथ बातचीत शुरू की थी जो प्रस्तावित परिवर्तनों से प्रभावित हो सकते थे।
फाइनैंशियल टाइम्स ने इससे पहले खबर दी थी कि वैश्विक उपभोक्ता कंपनी के नए मुख्य कार्य अधिकारी हेन शूमाकर ने कंपनी की वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए इस कवायद की योजना बनाई है। इस कवायद से पूरे यूरोप में 3,200 नौकरियों में कटौती होगी और यह मार्च में घोषित लागत बचत कार्यक्रम का हिस्सा है, जिससे 7,500 नौकरियां जुड़ी हैं।