वाणिज्यिक वाहन बनाने वाली प्रमुख कंपनी अशोक लीलैंड की फाइनैंस इकाई हिंदुजा लीलैंड फाइनैंस (एचएलएफ) का विलय समूह की एक सूचीबद्ध कंपनी नेक्स्ट डिजिटल के साथ किया जाएगा। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि विलय की प्रक्रिया नौ महीनों के भीतर पूरी कर ली जाएगी।
नेक्स्ट डिजिटल हिंदुजा समूह का डिजिटल एवं मीडिया कारोबार है जिसमें ब्रॉडबैंड, डिजिटल केबल टेलीविजन, कंटेंट सिंडिकेशन और टेलीशॉपिंग शामिल हैं। हिंदुजा ग्लोबल सॉल्यूशंस नेक्स्ट डिजिटल से इस कारोबार का अधिग्रहण करेगी और उसे फिलहाल नियामकीय मंजूरी का इंतजार है। मंजूरी मिलने के बाद एचएलएफ का विलय नेक्स्ट डिजिटल के साथ हो जाएगा।
हिंदुजा लीलैंड फाइनैंस के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी सचिन पिल्लई ने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि एचएलएफ और नेक्स्ट डिजिटल की विलय प्रक्रिया अगले छह से नौ महीनों के भीतर पूरी हो जाएगी। इससे हमें सूचीबद्ध होने की योजनाओं को आगे बढ़ाने और पूंजी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।’ अशोक लीलैंड की हिंदुजा लीलैंड फाइनैंस में करीब 69 फीसदी हिस्सेदारी है।
पिल्लई ने कहा कि विलय के बाद हिंदुजा लीलैंड फाइनैंस एक अन्य सहायक इकाई ग्रो डिजिटल प्लेटफॉर्म्स (जीडीपीएल) के जरिये माल ढुलाई, ईंधन और सेवा एग्रीगेटर जैसे विविध क्षेत्रों में दस्तक देगी। जीडीपीएल अशोक लीलैंड और हिंदुजा लीलैंड फाइनैंस के बीच बराबर हिस्सेदारी वाला संयुक्त उद्यम है।
हिंदुजा लीलैंड फाइनैंस की कुल प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति 31,000 करोड़ रुपये है और पिछले वित्त वर्ष के दौरान उसमें 34 फीसदी की वृद्धि हुई थी। पिल्लई ने कहा, ‘हम प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति में 25 से 30 फीसदी की वृद्धि दर और हमारे मुनाफे पर अधिक सीएजीआर को बरकरार रखना चाहते हैं।’
