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यूके स्थित हिंदुजा ग्रुप ने शनिवार को तमिलनाडु सरकार के साथ 7,500 करोड़ रुपये के निवेश समझौते (MoU) पर हस्ताक्षर किए। यह निवेश इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) के लिए सेल और बैटरी मैन्युफैक्चरिंग, बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) और EV चार्जिंग स्टेशनों में किया जाएगा। इस निवेश से राज्य में 1,000 से ज्यादा नौकरियां मिलने की संभावना है और EV इकोसिस्टम को मजबूती मिलेगी।
यह MoU मुख्यमंत्री एम के स्टालिन की यूरोप यात्रा के यूके चरण में हुआ, जहां ‘TN Rising Europe’ अभियान के जरिए निवेश आकर्षित किए जा रहे हैं। हिंदुजा ग्रुप का यह निवेश अशोक लीलैंड और समूह की अन्य कंपनियों के जरिए किया जाएगा।
बीते हफ्ते तमिलनाडु ने कुल 15,516 करोड़ रुपये के निवेश आकर्षित किए हैं, जिससे 17,613 नई नौकरियों के अवसर बनेंगे। हाल ही में अशोक लीलैंड ने चीन की CALB ग्रुप के साथ भी करार किया था, जिसके तहत कंपनी अगले 7 से 10 साल में 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश बैटरी निर्माण और एनर्जी स्टोरेज सिस्टम में करेगी।
दुनिया की प्रमुख फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने भी चेन्नई स्थित ग्लोबल इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (GITC) के विस्तार के लिए 716 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। यह दो साल में कंपनी का राज्य में तीसरा बड़ा निवेश है।
तमिलनाडु सरकार ने कहा कि एस्ट्राजेनेका का GITC रिसर्च, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित इनोवेशन और हेल्थकेयर डिलीवरी में तकनीकी बदलावों को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है। कंपनी के इंडिया एमडी सिवा पद्मनाभन ने कहा, “हम भारत के वैज्ञानिक और तकनीकी समुदाय के साथ अपनी साझेदारी को और मजबूत कर रहे हैं। चेन्नई लगातार एक इनोवेशन हब के रूप में उभर रहा है और यह निवेश राज्य की अपार संभावनाओं को दर्शाता है।”
तमिलनाडु सरकार के यूरोप रोडशो में अब तक यूके से 820 करोड़ रुपये और जर्मनी से 7,020 करोड़ रुपये के निवेश आकर्षित किए जा चुके हैं। जर्मनी से आए निवेश में एयरोस्पेस, डीप टेक, रेलवे, ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में 15,320 नई नौकरियों की संभावना है।