आदित्य बिड़ला समूह की प्रमुख कंपनी ग्रासिम इंडस्ट्रीज अपना स्पॉन्ज लौह का कारोबार गुजरात की वेलस्पन पावर ऐंड स्टील को लगभग 1,030 करोड़ रुपये में बेचने वाली है।
इस सौदे के 70:30 ऋण-इक्विटी के अनुपात में पूरा होने की उम्मीद है। इस अधिग्रहण के साथ वेलस्पन गुजरात के अंजार में अपने स्पॉन्ज लौह के उत्पादन कार्यों को संयुक्त रूप से चला कर दोनों कारोबार के लाभ उठा सकती है।
विक्रम इस्पात के स्पॉन्ज लौह कारोबार की बिक्री पिछले वित्त वर्ष में 950 करोड़ रुपये थी। इस सौदे के अलगे 6 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है। निदेशक मंडल की बैठक के बाद ग्रासिम ने घोषणा की कि वह विक्रम इस्पात के बैनर तले चलने वाले स्पॉन्ज लौह के कारोबार को बेचना चाहता है, जिसकी उत्पादन इकाई एक सहायक कंपनी के रूप रायगढ क़े सालाव में है।
सूत्रों का कहना है कि ‘वेलस्पन 1,030 करोड़ रुपये वाले इस प्रस्ताव को इक्विटी और ऋण देने के लिए सहायक कंपनी में लगा देगी। फंड की आपूर्ति के लिए कंपनी की सहायक कंपनी ग्रासिम को पैसों का भगुतान करेगी और विक्रम इस्पात का कारोबार वेलस्पन को मिल जाएगा।’ इस सौदे से मिलने वाले राजस्व से उम्मीद है कि ग्रासिम का अगली दो तिमाहियों के लिए मुनाफा बढ़ जाएगा।
इससे पहले आदित्य बिरला समूह की योजना विक्रम इस्पात के जरिये अलॉय स्टील उत्पादन में उतरने की थी। लेकिन समूह की योजना साकार नहीं हो पाई। विक्रम इस्पात ग्रासिम इंडस्ट्रीज की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है, साथ ही यह समूह की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से भी एक है। इस कंपनी के अंदर इस्पात क्षेत्र में प्रमुख कंपनी बनने की भी संभावनाएं हैं, चूंकि समूह पहले ही उड़ीसा में एस्सल माइनिंग बैनर तले लौह अयस्क उत्खनन का काम कर रही है।
इस्पात का सौदा
विक्रम इस्पात के स्पॉन्ज लौह कारोबार की बिक्री पिछले वित्त वर्ष में 950 करोड़ रुपये थी। इस सौदे के अलगे 6 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है।