दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं से कहा है कि वह कॉल ड्रॉप के बढ़ते मामले का तत्काल समाधान निकाले और कॉल की गुणवत्ता में सुधार करे। बुधवार की बैठक में विभाग ने दूरसंचार कंपनियों को ये निर्देश दिए। बैठक की अध्यक्षता दूरसंचार सचिव के राजारमन ने की और इसमें निजी क्षेत्र के तीन दूरसंचार सेवा प्रदाताओं रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने हिस्सा लिया।
एक सूत्र ने कहा, सरकार ने सेवा प्रदाताओं से नीतिगत इनपुट भी मांगा है। उनसे कहा गया है कि वे ढांचागत चुनौतियों और समस्या वाले क्षेत्रों की पहचान करे। ये मामले नए नहीं हैं लेकिन कॉल ड्रॉप की बढ़ती शिकायतों के बाद यह बैठक जरूरी हो गई थी। अधिकारियों ने कहा कि कॉल ड्रॉप में बढ़ोतरी ऐसे समय में स्वीकार नहीं की जा सकती जब देश तेजी से 5जी तकनीक अपना रहा है। उन्होंने कहा कि सेवा प्रदाताओं को यह भी पता लगाने को कहा गया है कि क्या 5जी चालू होने के बाद कॉल ड्रॉप में इजाफा हो सकता है।
अधिकारी ने कहा, दूरसंचार कंपनियों को ये मामले दिमाग में रखने को कहा गया है क्योंकि वे 5जी नेटवर्क का विस्तार देश भर में कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेवा प्रदाताओं को सेवा की सख्त गुणवत्ता वाले नियमों के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
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अधिकारी ने कहा, दूरसंचार नियामक ट्राई जल्द ही गुणवत्ता वाले मानकों के साथ परामर्श पत्र जारी करेगा। बहुप्रतीक्षित अद्यतित नियमों की घोषणा कार्यकारी आदेशों के जरिए होगी जब ट्राई इस मामले पर अपने इनपुट भेज देगा। ट्राई अधिनियम 1997 दूरसंचार नियामक को सेवा की गुणवत्ता सुनिश्चित कराने, तय अवधि में समीक्षा करने और उपभोक्ताओं के हितों को संरक्षित रखने का विशेष अधिकार देता है। नियामक ने पिछली बार साल 2016 में सेल्युलर मोबाइल टेलिफोन सर्विसेज की खातिर नेटवर्क से जुड़ी सेवा गुणवत्ता पर परामर्श पत्र जारी किया था।