प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
ऐपल इंक ने इस साल नवंबर में भारत से 2 अरब डॉलर के आईफोन का निर्यात करते हुए नया रिकॉर्ड बनाया है। यह वित्त वर्ष 26 में क्यूपर्टिनो की कंपनी द्वारा एक महीने में किए गए निर्यात का सबसे ज्यादा मूल्य है। नतीजतन वित्त वर्ष 26 के पहले 8 महीने में आईफोन का कुल निर्यात 14 अरब डॉलर का स्तर पार कर गया है। उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत आने वाली सभी कंपनियां अपने मासिक आंकड़े सरकार को भेजती हैं।
नवंबर में ऐपल के आईफोन का निर्यात देश से किए गए कुल स्मार्टफोन निर्यात का लगभग 75 प्रतिशत है, जो 2.7 अरब डॉलर था। बाकी 25 प्रतिशत में सैमसंग (लगभग 43.2 करोड़ डॉलर), पैजेट (4.8 करोड़ डॉलर) और तीसरे पक्ष वाले निर्यातकों की हिस्सेदारी रही। पैजेट डिक्सन टेक्नॉलजीज का हिस्सा है।
वित्त वर्ष 25 तक ऐपल का निर्यात तीन फैक्टरियों से होता था – जिनमें 2 तमिलनाडु और 1 कर्नाटक में थीं। वित्त वर्ष 26 में ऐपल ने 2 नई फैक्टरियां जोड़ते हुए आईफोन उत्पादन का विस्तार किया है, जो तमिलनाडु और कर्नाटक में हैं। वर्तमान में आईफोन बनाने वाली 5 फैक्टरियों में से 3 को टाटा समूह चलात है जबकि 2 संयंत्र को फॉक्सकॉन।
उद्योग के अनुमानों के अनुसार अप्रैल-नवंबर 2025 की अवधि के दौरान कुल स्मार्टफोन निर्यात 18.7 अरब डॉलर तक पहुंच गया। निर्यात का यह आंकड़ा वित्त वर्ष 25 की इसी अवधि में भारत से दर्ज 13 अरब डॉलर के स्मार्टफोन निर्यात की तुलना में 43 प्रतिशत ज्यादा है।
साल 2020 में पीएलआई योजना की घोषणा के बाद से भारत के स्मार्टफोन निर्यात में हर साल लगातार वृद्धि हुई है। इस योजना से पहले भारत ने 3 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का निर्यात किया था। चार साल की अवधि के दौरान यह आंकड़ा वित्त वर्ष 25 में बढ़कर 24.1 अरब डॉलर हो गया। सरकार और हितधारकों के अनुमानों के अनुसार मौजूदा रफ्तार के आधार पर भारत से स्मार्टफोन का निर्यात वित्त वर्ष 26 के अंत तक 28 अरब डॉलर के करीब पहुंचने की उम्मीद है।