Google Layoff: गूगल की तरफ से कर्मचारियों की छंटनी का सिलसिला अभी खत्म नहीं हुआ। जनवरी में जहां गूगल की तरफ से करीब 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की खबर आई थी, वहीं फिर से सर्च इंजन दिग्गज ने ऐलान कर दुनियाभर के लोगों को चौंका दिया है। न्यू यॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक, गूगल ने बुधवार को अपने सैकड़ों कर्मचारियों को जॉब छोड़ने का आदेश दिया।
छंटनी के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने अपने कर्मचारियों से कहा कि आज के दिन के अंत तक आप सभी को अपनी नौकरी छोड़ना पड़ेगा।
अल्फाबेट ऐसी पहली दिग्गज IT कंपनी होगी जिसने वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में छंटनी की हो।
Google की प्रवक्ता कर्टेने मेनसिनी ने एक बयान में कहा कि कंपनी को अब कम लोगों की जरूरत है ऐसे में इसने अपनी भर्ती टीम की साइज को कम करने का कठोर निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा, ‘जैसा कि हमने कहा है, हम टॉप इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी स्किल्स में निवेश करना जारी रख रहे हैं, साथ ही अपनी ओवरऑल हाइरिंग की रफ्तार को धीमा कर रहे हैं।’
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बता दें कि जब जनवरी में गूगल ने 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी तो कंपनी के कुल 6 फीसदी कर्मचारी कम हो गए थे। ET की रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल की तरफ से छंटनी के बाद कर्मचारियों की संख्या घटकर 1,81,798 हो गई।
जनवरी में जब गूगल की तरफ से बड़ा कदम उठाते हुए करीब 12,000 लोगों को निकाला गया था तो CEO सुंदर पिचाई ने कहा था कि आर्थिक मंदी के मद्देनजर कंपनी को छंटनी करनी पड़ रही है। उन्होंने लिखा था, ‘यह तथ्य कि ये बदलाव Googlers के जीवन को प्रभावित करेंगे, मुझ पर भारी पड़ेगा और मैं उन निर्णयों की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं जिन्होंने हमें यहां तक पहुंचाया है।’ उन्होंने यह भी लिखा था कि यह करीब तय था कि 25 साल पुरानी इस कंपनी को थोड़े समय के लिए मंदी का सामना करना पड़ सकता है।
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Google द्वारा एकत्र किए गए डेटा के पैमाने के बारे में तर्क सरकार के मामले में महत्वपूर्ण हैं। एंटीट्रस्ट लागू करने वालों का आरोप है कि Google वेब ब्राउजर और स्मार्टफोन पर डिफॉल्ट ऑप्शन होने के लिए हर साल10 अरब डॉलर का भुगतान करके ऑनलाइन सर्च पर अवैध रूप से हावी है।
अमेरिका का आरोप है कि उन समझौतों ने माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प और डकडकगो (DuckDuckGo) जैसे प्रतिद्वंद्वियों को प्रभावी ढंग से प्रतिस्पर्धा करने के लिए पर्याप्त डेटा हासिल करने से रोक दिया। जस्टिस डिपार्टमेंट ने मंगलवार यानी 12 सितंबर को अपने शुरुआती बयान में कहा कि Google को अपने अगले निकटतम प्रतिद्वंद्वी, माइक्रोसॉफ्ट के बिंग से 16 गुना अधिक डेटा मिलता है।
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क्या गूगल ने किसी नियम का उल्लंघन किया है या नहीं, इसके बारे में फैसला नवंबर तक होने की उम्मीद है।