दवा बनाने वाली कंपनी ग्लैक्सो स्मिथलाइन पीएलसी की भारतीय इकाई ग्लैक्सो स्मिथलाइन (जीएसके) फार्मा को दाइची सान्क्यो से दवा बनाने का लाइसेंस मिल गया है।
ग्लैक्सो स्मिथलाइन पीएलसी की भारतीय इकाई ग्लैक्सो स्मिथलाइन (जीएसके) फार्मा को जापानी फार्मा दिग्गज कंपनी दाइची सान्क्यो की सहायक कंपनी दाइची सान्क्यो इंडिया फार्मा लिमिटेड (डीएसआईएन)से हाइपरटेंशन की एक दवा और उस दवा से बनने वाली बाकी दवाओं के निर्माण के लिए लाइसेंस मिल गया है।
ओलमेसार्टन मेडोक्सोमिल और उससे बनने वाली सभी दवाओं को बैनीटेक के नाम से बाजार में उतारा गया है। अभी कंपनी की यह दवा 50 देशों में उपलब्ध है। इस दवा की बिक्री से कंपनी को सालाना 80 अरब रुपये की कमाई होती है।
ओलमेसार्टन दाइची सान्क्यो के अनुसंधान का नतीजा है और कंपनी ने इसके पेटेंट के अधिकार भी ले रखे हैं। जीएसके इंडिया के प्रबंध निदेशक हसित जोशीपुरा ने कहा, ‘ज्यादा विकास की संभावनाओं से भरे थेराप्यूटिक बाजार में दवाओं के निर्माण के लिए लाइसेंस प्राप्त करने की हमारी नीति बिल्कुल सही दिशा में जा रही है।’
पिछले हफ्ते ही जीएसके फार्मा ने जापान की एस्टेल्लास फार्मा इंक के साथ बाजार में माईकेमाइन नाम से एंटी फंगल इंजेक्शन के लाइसेंस के लिए करार किया था। जोशीपुरा ने कहा भी था कि कंपनी इन विदेशी कंपनियों से इस साल दो दवाओं के लाइसेंस खरीदेगी।