भारत जिस रफ्तार से 5G का निर्माण कर रहा है, उसके पास दुनिया का सबसे आधुनिक डिजिटल बुनियादी ढांचा होगा। एरिक्सन ग्रुप (Ericsson Group) के अध्यक्ष और मुख्य कार्याधिकारी बोर्जे एखोल्म (Börje Ekholm) ने आज यह उम्मीद जताई।
Nokia के मुख्य कार्याधिकारी पेक्का लैंडमार्क (Pekka Lundmark) भी उनके साथ थे। पेक्का ने कहा कि उनकी कंपनी ने पहले ही भारत में निर्मित 5G बेस स्टेशनों या रेडियो का निर्यात करना शुरू कर दिया है।
गुरुवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) पार्टनरशिप समिट में दोनों वैश्विक दूरसंचार दिग्गज कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि कंपनियों का ध्यान भारत पर केंद्रित है। वर्तमान में दोनों कंपनियां दूरसंचार सेवा प्रदाताओं रिलायंस जियो (Reliance Jio) और भारती एयरटेल (Bharti Airtel) के साथ साझेदारी करते हुए देश में 5G तकनीक शुरू कर रही हैं।
एखोल्म ने कहा कि 5G समाज और उद्यम दोनों का ही डिजिटलीकरण करेगी और जहां सक्षम बुनियादी ढांचा पहले बनाया जाएगा, वहां इसके साथ आने वाली नौकरियां पैदा होंगी। एखोल्म ने कहा ‘इसी वजह से मैं भारत के संबंध में उत्साहित हूं और अगर मैं 25 साल का होता, तो भारत आ जाता।’
उन्होंने कहा कि उपभोक्ता आधार वास्तव में 4G के शीर्ष पर डिजिटाइज्ड है। उन्होंने कहा ‘हमने पिछले दो साल में उन दो देशों में सभी बड़ी उपभोक्ता एप्लीकेशन विकसित होती देखी हैं, जिन्होंने दुनिया में पहले 4G नेटवर्क का निर्माण किया था। वे अमेरिका और चीन थे। उपभोक्ता जगत की लगभग सभी डिजिटल नौकरियों का सृजन वहीं किया गया था।’
इस बीच लैंडमार्क ने जोर देते हुए कहा कि भारत के लिए अगली बड़ी चीज 5G से सक्षम औद्योगिक डिजिटलीकरण होगी। उन्होंने कहा ‘इस (दूरसंचार) तकनीक का अधिकांश मूल्य उपभोक्ता ऐप के जरिये तैयार गया है।