भारत के रिटेल उद्योग की वृद्धि की रफ्तार दुनिया में सबसे तेज है और इसके 2032 तक दो लाख करोड़ डॉलर का आंकड़ा छूने की उम्मीद है। यह अनुमान रिलायंस रिटेल के निदेशक सुब्रमण्यम वी ने लगाया है।
उन्होंने कहा कि भारतीय रिटेल उद्योग के 2022 में 844 अरब डॉलर रहने का अनुमान है, जिसमें असंगठित क्षेत्र का हिस्सा 87 फीसदी का रहेगा। यहां उद्योग मंडल फिक्की द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सुब्रमण्यम ने कहा, ‘रिटेल बाजार 10 फीसदी सालाना वृद्धि करते हुए 2032 में दो लाख करोड़ डॉलर का होगा। यह वृद्धि दर दुनिया के किसी भी खुदरा बाजार में सबसे ज्यादा है।’
सुब्रमण्यम ने असंगठित खुदरा क्षेत्र के बारे में बात करते हुए कहा कि यह क्षेत्र बिखरा हुआ है और इसमें आधुनिक बुनियादी ढांचे तथा प्रौद्योगिकी का अभाव है।