डेनमार्क की खिलौना बनाने वाली कंपनी लेगो को भारत में दमदार वृद्धि की उम्मीद है, क्योंकि विश्व में सबसे ज्यादा बच्चों की आबादी वाले इस देश पर उसे भरोसा है। कंपनी की एक शीर्ष अधिकारी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में यह बातें कहीं। गुरुग्राम में कंपनी के भारत में पहले स्टोर की शुरुआत से पहले लेगो इंडिया की कंट्री मैनेजर भावना मंडन ने कहा, ‘हमने बीते कुछ वर्षों में न सिर्फ बच्चों बल्कि उनके अभिभावकों और बड़े-बुजुर्गों को भी लेगो के प्रति बढ़ते प्यार को देखा है। दुनिया भर में भारत में बच्चों की आबादी सबसे अधिक है और हमें इसलिए इस यहां भरोसा है।’
देश में लेगो का पहला ब्रांडेड स्टोर दक्षिण एशियाई बाजार के आकर्षण को दर्शाता है। फिलहाल, कंपनी ई-कॉमर्स उपस्थिति के साथ-साथ हैमलीज और फर्स्टक्राई जैसे प्लेटफॉर्म के जरिये अपने खिलौनों की खुदरा बिक्री करती है।
एक्जिम बैंक के साल 2024 की एक नोट के मुताबिक, भारतीय खिलौना बाजार का मूल्य साल 2022 में 1.5 अरब डॉलर था और इसके साल 2028 तक 3 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। इस लिहाज से भारत का खिलौना बाजार साल 2023 से 2028 के बीच सालाना 12 फीसदी चक्रवृद्धि दर से बढ़ेगा।
मंडन ने कहा, ‘स्टोर का उद्घाटन बड़े पैमाने पर बाजार पहुंच हासिल करने की योजना और दर्शाता है क्योंकि हम देश में रचनात्मक खेल की मांग में उछाल देख रहे हैं।’ 4,500 वर्ग फुट में फैला नया स्टोर दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा स्टोर होगा, जिसमें 250 से अधिक एक्सक्लूसिव सेट सहित 800 से अधिक स्टॉक कीपिंग यूनिट होंगी। अपने पार्टनर एम्पल के जरिये कंपनी कई नए स्टोर खोलने की योजना बना रही है, जिसमें से दूसरा स्टोर बेंगलूरु में अगले तीन महीने में खुलने वाला है।