जानी मानी वैश्विक निजी इक्विटी कंपनी डी ई शॉ भारत के शिक्षा क्षेत्र में निवेश करने की योजना बना रही है।
सूत्रों के मुताबिक ई-शिक्षा, दूरस्थ शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा आदि के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों में लगभग 800 करोड़ रुपये के निवेश का कंपनी का इरादा है।
भारत में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मुताबिक देश में नर्सरी से लेकर 12वीं कक्षा तक के कम से कम 200,000 नए स्कूल खोले जाने की जरूरत है। उद्योग जगत के मुताबिक भी छात्रों की तादाद में हो रहे इजाफे और स्कूलों से निकलने वाले 10 करोड़ से ज्यादा बच्चों को देखते हुए अगले 5 साल के भीतर ही इस बुनियादी ढांचे को तैयार करने की जरूरत है।
सरकार ने भी इसमें मदद के लिए निजी क्षेत्र की मदद मांगी है। इसीलिए डी ई शॉ इस क्षेत्र में हाथ आजमाने को तैयार है। हालांकि इस बारे में प्रतिक्रिया के लिए कंपनी के प्रवक्ता से संपर्क नहीं हो सका।
डीई शॉ शिक्षा के क्षेत्र में अधिग्रहण करने के लिए अपनी एक प्रमुख कंपनी एक्सेलसॉफ्ट का इस्तेमाल कर सकती है। इसके अलावा वह प्रत्यक्ष निजी इक्विटी निवेश का रास्ता भी अपना सकती है। कंपनी ने एक्सेलसॉफ्ट में हाल ही में यूटीआई वेंचर्स से 35 फीसद हिस्सेदारी खरीदी थी।