टीका बनाने वाली हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक द्वारा अपने संयंत्रों को अपग्रेड करने के लिए कोवैक्सीन का उत्पादन फिलहाल रोकने की घोषणा किए जाने के एक दिन बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शनिवार को कहा कि उसने संयुक्त राष्ट्र खरीद एजेंसियों को कोवैक्सीन की आपूर्ति रोक दी है। हालांकि भारतीय टीका विनिर्माता ने कहा है कि टीके की सुरक्षा और प्रभावकारिता को लेकर कोई समस्या नहीं है और उसका प्रमाण पत्र वैध है।
कंपनी ने कहा है कि कोवैक्सीन टीका लगवाने वाले लाखों लोगों को जारी टीकाकरण प्रमाण पत्र की वैधता अब भी बरकरार है क्योंकि टीके की प्रभावकारिता एवं सुरक्षा को लेकर कोई समस्या नहीं है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि जोखिम के आज तक के मूल्यांकन से जोखिम लाभ अनुपात में किसी बदलाव का संकेत नहीं मिला है। उसने कहा है, ‘डब्ल्यूएचओ के पास उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि यह टीका प्रभावी है और सुरक्षा को लेकर फिलहाल कोई चिंता नहीं है।’ उसने कहा कि भारत बायोटेक ने अच्छी विनिर्माण प्रथाओं (जीएमपी) की खामियों को दूर करते हुए अनुपालन के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
डब्ल्यूएचओ द्वारा जोखिम का आकलन वैश्विक स्तर पर कोवैक्सीन की लाखों खुराक की आपूर्ति पर आधारित है।
डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि भारत बायोटेक एक सुधारात्मक एवं निवारक कार्ययोजना तैयार कर रही है। कंपनी भारती दवा नियामक डीसीजीआई और डब्ल्यूएचओ के समक्ष अपनी कार्ययोजना प्रस्तुत करेगी।
