कोविड-19 महामारी की पहली लहर से कई महीनों तक दबाव महसूस करने के बाद लगातार दूसरी तिमाही में कोक और पेप्सी जैसी प्रमुख शीतल पेय कंपनियां भारत में वित्तीय प्रदर्शन के संदर्भ में मजबूत बनी रहीं।
दो कंपनियों के प्रबंधन ने संकेत दिया है कि मार्च तिमाही दो कंपनियों के लिए मजबूत रही है। कोका-कोला ने भारत और चीन की मदद से अपने स्पार्कलिंग सॉफ्ट ड्रिंक पोर्टफोलियो में 4 प्रतिशत की वृद्घि दर्ज की है। वहीं पेप्सिको ने समीक्षाधीन तिमाही में भारत में मध्यम एक अंक की वृद्घि दर्ज की।
अटलांटा में स्थित कोका-कोला कंपनी और न्यूयार्क के परचेज में मुख्यालय वाली पेप्सिको इंक जनवरी-दिसंबर के लेखा वर्ष पर अमल करती हैं। पेप्सिको को पेप्सी के अलावा माउंटेन डियू, स्लाइस और माइनट मेड जैसे ब्रांडों के लिए जाना जाता है। अक्टूबर-दिसंबर 2020 की अवधि तीन तिमाहियों के बाद इन दो कंपनियों के लिए राहत लेकर आई। जहां मार्च तिमाही में कोविड संबंधित सख्ती में नरमी बनी रही, जिससे घर से बाहर खानपान संबंधित खपत वृद्घि में मदद मिली, वहीं अप्रैल में यह रुझान बदल गया, क्योंकि भारत में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर तेज हुई है।
कोका-कोला कंपनी के चेयरमैन एवं मुख्य कार्याधिकारी जेम्स क्विंसी ने कहा, ‘भारत कोविड मामलों में तेजी दर्ज कर रहा है और इस वजह से स्थानीय तौर पर लॉकडाउन को बढ़ावा मिल रहा है। लेकिन उभरते बाजारों समेत सभी देशों में टीकाकरण की रफ्तार पर नजर रखने की जरूरत होगी।’
पेप्सिको के चेयरमैन एवं मुख्य कार्याधिकारी रमन लगुआर्ता ने कहा, ‘हमारे सभी बाजारों में सुधार प्रक्रिया असमान बनी हुई है, क्योंकि लॉकडाउन संबंधित सख्ती सभी देशों में अलग अलग है। हालांकि भारत, ब्राजील, रूस और चीन जैसे हमारे विकासशील और उभरते बाजार काफी हद तक मजबूत स्थिति में बने हुए हैं।’