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सीओसी ने रिलायंस कैपिटल नीलामी का आधार मूल्य बढ़ाकर 6,500 करोड़ रुपये किया

Published by
देव चटर्जी
Last Updated- December 14, 2022 | 1:21 AM IST

रिलायंस कैपिटल (आरकैप) के लेनदारों की समिति ने कंपनी की ई-नीलामी के लिए आधार मूल्य बढ़ाकर 6,500 करोड़ रुपये कर दिया है। इस कारण संभावित बोलीदाताओं की गणना बिगड़ने लगी है। मामले से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि सीओसी की आज हुई बैठक में आधार मूल्य बढ़ाकर 6,500 करोड़ रुपये कर दिया गया। कंपनी ने यह निर्णय अपनी दो मुनाफा कमाने वाली बीमा संपत्तियों के ऊंचे मूल्यांकन को ध्यान में रखते हुए लिया है। पहले के प्रस्ताव के अनुसार, नीलामी के लिए आधार मूल्य 5,231 करोड़ रुपये अनुमानित था, जिसके लिए कॉस्मिया फाइनैंशियल होल्डिंग और पीरामल कंसोर्टियम ने पेशकश की थी।

नए नियमों के मुताबिक, पहले चरण और दूसरे चरण में बोली लगाने वालों को कम से कम 1,000 करोड़ रुपए की बोली बढ़ानी होगी। इसका मतलब है कि पहली बोली न्यूनतम 7,500 करोड़ रुपये और दूसरी 8,500 करोड़ रुपये होनी चाहिए। इसके बाद, तीसरे चरण में बोली राशि 500 करोड़ रुपये और चौथे दौर में यह 250 करोड़ रुपये बढ़नी है। मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि नीलामी अब सोमवार को न होकर 22 दिसंबर से दो दिन के लिए होगी।

नया आधार मूल्य निश्चित रूप से संभावित बोलीदाताओं की पेशकश की तुलना में कहीं अधिक है। नीलामी के लिए कुछ बोलीदाता पीछे भी हट सकते हैं। यह पहली बार है कि दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता 2016 के तहत ऋण समाधान के लिए इस पैमाने की ई-नीलामी होगी।

रिलायंस कैपिटल को पिछले साल नवंबर में 24,000 करोड़ रुपये के बैंक बकाए के भुगतान में चूक के बाद ऋण समाधान के लिए भेजा गया था। ई-नीलामी के पक्ष में निर्णय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के इशारे पर लिया गया था, जो लेनदारों की समिति में 35 फीसदी की वोटिंग हिस्सेदारी रखते हैं। दोनों ऋणदाताओं ने परिसमापन के खिलाफ वोट किया था, और संपत्ति की ई-नीलामी शुरू की थी।

कॉस्मिया फाइनैंशियल और पीरामल समूह ने संयुक्त रूप से उच्चतम बोली लगाई, इसके साथ कंपनी को 4 बाध्यकारी बोलियां प्राप्त हुई थीं। कॉस्मिया-पीरामल बोली में, पीरामल समूह की देनदारी केवल रिलायंस जनरल इंश्योरेंस तक ही सीमित है। हिंदुजा ने 5,060 करोड़ रुपये की पेशकश की थी जबकि टोरेंट समूह ने 4,500 करोड़ रुपये की पेशकश की थी। दिग्गज अमेरिकी वित्तीय कंपनी ओकट्री ने पूरी कंपनी के लिए 4,200 करोड़ रुपये की पेशकश की थी।

लेकिन स्वतंत्र मूल्यांकनकर्ता डफ ऐंड फेल्प्स और आरबीएसए एडवाइजर्स द्वारा मूल्यांकन रिपोर्ट ने रिलायंस कैपिटल के परिसमापन मूल्य को क्रमशः 12,500 करोड़ रुपये और 13,200 करोड़ रुपये आंका था। रिलायंस कैपिटल का परिसमापन मूल्य प्राप्त बोलियों के मूल्य से कहीं अधिक है।

डफ ऐंड फेल्प्स के अनुसार, अकेले लाभ कमाने वाली रिलायंस जनरल इंश्योरेंस का परिसमापन मूल्य 7,000 करोड़ रुपये है, और रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस का कारोबार 4,000 करोड़ रुपये है। रिलायंस कैपिटल के पास रिलायंस जनरल इंश्योरेंस में 100 फीसदी और रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन में 51 फीसदी हिस्सेदारी है।

First Published : December 13, 2022 | 9:30 PM IST