भारतीय सीमेंट विनिर्माताओं ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान बिक्री प्रचार, विज्ञापन और बिक्री के अन्य खर्चों से संबंधित गतिविधियों पर 14 प्रतिशत अधिक खर्च किया है। कंपनियों की वार्षिक रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। वित्त वर्ष 23 में भारत की 13 सूचीबद्ध सीमेंट कंपनियों ने ऐसी गतिविधियों पर संयुक्त रूप से 3,076 करोड़ रुपये खर्च किए। इनमें से अल्ट्राटेक सीमेंट 1,296.09 करोड़ रुपये के साथ सबसे अधिक खर्च करने वाली कंपनी रही, जो एक साल पहले की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक खर्च है।
जिन कंपनियों में विज्ञापन और बिक्री के प्रचार व्यय में खासा इजाफा देखा गया है, उनमें डालमिया सीमेंट, सागर सीमेंट और प्रिज्म जॉनसन शामिल हैं। इन्होंने प्रचार और संबंधित गतिविधियों के खर्च में 30 प्रतिशत या अधिक का बदलाव देखा है।
अल्ट्राटेक सीमेंट, जेके सीमेंट और श्री सीमेंट ने विज्ञापनों पर खर्च में मामूली कमी दर्ज की गई। हालांकि उन्होंने बिक्री प्रोत्साहन और अन्य बिक्री व्यय के मामले में धन राशि में वृद्धि की।
सीमेंट कंपनियों का झुकाव बाजार हिस्सेदारी बनाए रखने तथा अधिक वृद्धि वाले बाजार के विस्तार पर ध्यान केंद्रित करने का रहता है। यह वह रुख है, जो अब भारत के सीमेंट क्षेत्र में चल रहा है।
जून 2023 की तिमाही में हालांकि उद्योग की सीमेंट मांग में 10 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ है, लेकिन अल्ट्राटेक, श्री सीमेंट और एसीसी जैसी बड़ी कंपनियों ने उद्योग से बेहतर प्रदर्शन किया है।
देश में बुनियादी ढांचे और निर्माण गतिविधियां बढ़ने से भवन निर्माण सामग्री की मांग बढ़ रही है। वित्त वर्ष 23 में सीमेंट मांग में 8.8 प्रतिशत इजाफे का अनुमान है और चालू वित्त वर्ष में भी इसी तरह के रुख की उम्मीद की जा रह है।
वित्त वर्ष 23 में 14 प्रतिशत की संयुक्त वृद्धि दर के साथ विज्ञापन खर्च और बिक्री प्रचार संबंधी गतिविधियों ने उद्योग की वॉल्यूम वृद्धि को पीछे छोड़ दिया है। हालांकि राजस्व के प्रतिशत के रूप में यह व्यय अधिकांश कंपनियों के मामले में दो प्रतिशत तक के दायरे में अपरिवर्तित रहा है।