प्रतीकात्मक तस्वीर | फोटो क्रेडिट: Commons
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने मंगलवार को अपने तिमाही नतीजे घोषित किए। मार्च 2025 को खत्म हुई चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा लगभग 31% कम होकर 3,214 करोड़ रुपये रहा। पिछली तिमाही, यानी दिसंबर 2024 में यह आंकड़ा 4,649 करोड़ रुपये था। हालांकि, यह नतीजा विश्लेषकों की उम्मीदों से बेहतर रहा। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, विश्लेषकों ने 2,525.4 करोड़ रुपये के मुनाफे का अनुमान लगाया था।
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कंपनी की आय में मामूली बदलाव देखने को मिला। इस तिमाही में बीपीसीएल की परिचालन आय 1.7% घटकर 1.11 लाख करोड़ रुपये रही, जो पिछली तिमाही में 1.13 लाख करोड़ रुपये थी। यह आंकड़ा ब्लूमबर्ग के 1.08 लाख करोड़ रुपये के अनुमान से थोड़ा बेहतर रहा। कंपनी ने बताया कि उसका एबिट्डा (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई) 2.4% बढ़कर 7,765 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछली तिमाही में 7,580 करोड़ रुपये था। मार्जिन भी 6.7% से बढ़कर 7% हो गया।
बीपीसीएल के बोर्ड ने शेयरधारकों के लिए 5 रुपये प्रति शेयर के अंतिम डिविडेंड की सिफारिश की है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि यह डिविडेंड वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में मंजूरी मिलने के 30 दिनों के भीतर दिया जाएगा। डिविडेंड के लिए पात्र शेयरधारकों का रिकॉर्ड डेट बाद में घोषित किया जाएगा।
नतीजों से पहले बीपीसीएल के शेयरों में हल्की बढ़त देखी गई। मंगलवार को बीएसई पर कंपनी का शेयर 0.52% चढ़कर 311.6 रुपये पर बंद हुआ। इस दौरान बेंचमार्क सेंसेक्स में 0.09% की मामूली बढ़त दर्ज की गई।
बीपीसीएल के ये नतीजे तेल कंपनियों के लिए चुनौतीपूर्ण माहौल को दर्शाते हैं। कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और बाजार की मांग में बदलाव के बावजूद कंपनी ने विश्लेषकों की उम्मीदों को पीछे छोड़ा। डिविडेंड की घोषणा से शेयरधारकों का कंपनी पर भरोसा बढ़ सकता है।