बजाज ऑटो और हीरो होंडा जैसी दोपहिया कंपनियों के शोरूम से जब आईसीआईसीआई बैंक ने फाइनैंस करने वाले अपने कर्मचारी हटा लिये तो इन कंपनियों को दूसरे विकल्पों का रुख करना पड़ रहा है।
दोनों दिग्गज ग्राहकों को लुभाने और फाइनैंस की सुविधा देने के लिए अलग-अलग कवायद कर रही हैं।
बजाज चली डीलर के द्वार
बजाज ऑटो ने अपनी वित्तीय कंपनी बजाज ऑटो फाइनैंस लिमिटेड (बीएएफएल) का विस्तार करने का फैसला लिया है ताकि कंपनी अपनी बिक्री को बढ़ा सके। कंपनी अब अपनी शाखाओं को सीमित करने की बजाए बजाज ऑटो डीलरशिप के जरिये वित्तीय सुविधाएं मुहैया कराने पर विचार कर रही है।
हीरो होंडा को मिला वित्त कंपनी का साथ
दुनिया की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो होंडा ने संकेत दिए हैं कि वह उपभोक्ता की जरूरतों के मद्देनजर वित्तीय सुविधाएं मुहैया कराने के लिए आईसीआईसीआई बैंक पर अपनी निर्भरता को कम करेगी। कंपनी ने गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) फुलेर्टन इंडिया के साथ कंपनी के डीलरों से मिलकर वित्त मुहैया कराने के लिए समझौता पत्र पर पहले हस्ताक्षर कर लिए हैं।
बजाज ऑटो के एक अधिकारी का कहना है, ‘हम अपनी वित्तीय सेवाएं देने वाली कंपनी बजाज ऑटो फाइनैंस के विशेषज्ञों का इस्तेमाल इस खाई को पाटने में करेंगे। हम अपने वित्तीय कारोबार का विस्तार अपनी शाखों से आगे डीलरशिप के लिए करेंगे। हम बाजार में अच्छी स्थिति में हैं और आईसीआईसीआई बैंक के अपना हाथ खींचने का असर हम पर बहुत ज्यादा नहीं होगा।’
फुलेर्टन का हीरो होंडा के साथ गठजोड़ कंपनी की पारंपरिक शहरी बजारों में उसकी मौजूदगी को मजबूत करने के साथ छोटे शहरों में मौजूदगी को बढ़ाएगा। फुलेर्टन की हीरो होंडा के हर डीलर आउटलेट पर सीधी मौजूदगी से बिक्री बढ़ेगी।
इस समझौते पत्र के साथ हीरो होंडा के हर डीलर आउटलेट पर इस गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी का एक काउंटर खुलेगा, जहां से ग्राहक वित्तीय सुविधा ले सकते हैं। साथ ही वित्त कंपनी की क्षेत्रीय शाखाओ की संख्या में काउंटरों भी शामिल हो जाएंगे।
बैंकों की बेरुखी की वजह
कर्ज के पुनर्भुगतान के मामले में गड़बड़ियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आईसीआईसीआई बैंक ने अपना हाथ खींचा है, जिससे दोपहिया वाहनों के उद्योग के लिए स्थितियां बदतर ही होंगी। उद्योग पहले ही ऊंची ब्याज दरों के बोझ को झेल रहा है। ज्यादातर बैंकों ने अपनी ब्याज दरों को बढ़ा दिया है, जबकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक रिटेल कर लेनदारों को बढ़ती हुई ब्याज दर के असर से बचाने के उपाय कर रही हैं।
विशेषज्ञों की फेहरिस्त में शामिल हीरो होंडा, बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर्स का कहना है कि अगले कुछ महीनों में दोपहिया वाहन उद्योग में बिक्री काफी ठंडी पड़ने वाली है। इसकी वजह बढ़ती हुई कच्चे माल की लागत और वित्त की उपलब्धता में होने वाली कमी है, जो बिक्री के रास्ते में अड़चने डाल रही है।