हिंदुजा ग्रुप के भारतीय प्रमुख अशोक लीलैंड (Ashok Leyland) ने सोमवार को ऐलान किया कि उसके बोर्ड ने 1 लाख रुपये के मामूली शुल्क पर ओएचएम इंटरनेशनल मोबिलिटी से ओएचएम ग्लोबल मोबिलिटी प्राइवेट (OHM Global Mobility Private – OHM) की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है यानी कंपनी OHM का पूर्ण स्वामित्व खरीद लेगी।
Ashok Leyland ने यह भी घोषणा की है कि वह कंपनी को चालू करने के लिए OHM में इक्विटी के रूप में 300 करोड़ रुपये तक का निवेश करेगी। इसके अलावा, मौजूदा E-MaaS (electric mobility as a service) कॉन्ट्रैक्ट OHM में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे, हालांकि यह रेगुलेटर की मंजूरी पर निर्भर करेगा।
अशोक लीलैंड के इस कदम के साथ, OHM कंपनी की 100 प्रतिशत सहायक कंपनी बन गई है। फ्यूचर ऑर्डर्स को सुरक्षित करने के लिए प्रस्तुत की जाने वाली कोई भी गारंटी या कम्फर्ट लेटर अशोक लीलैंड द्वारा प्रदान किया जाएगा और यह भी रेगुलेटर की मंजूरी के मुताबिक ही होगा।
कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष (CEO) धीरज जी हिंदुजा ने कहा, ‘E-Maas का भारत में महत्व बढ़ रहा है, और हमें लगता है कि OHM India को चालू करने का यह सही समय है। E-Maas इलेक्ट्रिक वाहनों की पैठ बढ़ाने के लिए पब्लिक सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर दोनों द्वारा अपनाई जाने वाली एक रणनीति होगी। सरकार ई-मास के तहत पेमेंट सिस्टम को मजबूत करने पर विचार कर रही है और सरकार EV अपनाने को बढ़ाने के लिए कई पहल कर रही है। इसे देखते हुए, OHM को महत्वपूर्ण महत्व मिलेगा और हम इसकी संभावनाओं पर बहुत सकारात्मक हैं।’
‘E-MaaS भारतीय कमर्शियल EV सेक्टर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। आज EV बस बाजार (EV Bus market) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा – विशेष रूप से राज्य परिवहन उपक्रम ऑर्डर (State Transport Undertaking Orders ) – E-MaaS मैकेनिज्म के तहत रूट किया जाता है और हमें इसके लिए एक अलग कंपनी की आवश्यकता है। स्विच इंडिया (Switch India ) ई-मास कॉन्ट्रैक्ट्स के तहत OHM को तैनात करने के लिए ईवी बसों और हल्के वाणिज्यिक वाहनों (Light Commercial Vehicles ) की सप्लाई करेगा। अशोक लीलैंड के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी (CEO) अधिकारी शेनू अग्रवाल ने कहा, OHM अशोक लीलैंड के ईवी पोर्टफोलियो में एक महत्वपूर्ण कंपनी बन जाएगी।