कंपनियां

Arvind Q4 Results: चौथी तिमाही में कंपनी को ₹151 करोड़ का मुनाफा, ₹3.75 प्रति शेयर डिविडेंड का भी ऐलान

कंपनी की आय भी इस तिमाही में 7 फीसदी बढ़कर 2,220.69 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 2,074.51 करोड़ रुपये थी।

Published by
ऋषभ राज   
Last Updated- May 15, 2025 | 6:41 PM IST

गारमेंट्स और अपैरल कंपनी अरविंद ने आज गुरुवार को वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के नतीजे जारी किए। कंपनी ने इस तिमाही में शानदार प्रदर्शन करते हुए 52 फीसदी की उछाल के साथ 151 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 99 करोड़ रुपये था। इसके साथ ही, कंपनी ने अपने शेयरधारकों के लिए 3.75 रुपये प्रति शेयर का अंतिम डिविडेंड भी घोषित किया है, जिसे आगामी वार्षिक आम सभा में मंजूरी मिलने की उम्मीद है।

कंपनी की आय भी इस तिमाही में 7 फीसदी बढ़कर 2,220.69 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 2,074.51 करोड़ रुपये थी। अरविंद का EBITDA 10 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 275 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल यह 251 करोड़ रुपये था। EBITDA मार्जिन में भी 30 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी हुई और यह 12.4 फीसदी रहा, जो पिछले साल 12.1 फीसदी था।

Also Read: ITC Hotels Q4 Results: Q4 में कंपनी को 41% की उछाल के साथ ₹257 करोड़ का मुनाफा, आय ₹1,000 करोड़ के पार

गारमेंट और डेनिम में शानदार प्रदर्शन

अरविंद की गारमेंट डिवीजन ने इस तिमाही में 95 लाख पीस का रिकॉर्ड उत्पादन किया, जो पिछले 12 तिमाहियों में सबसे अधिक है। वहीं, डेनिम फैब्रिक ने भी 1.46 करोड़ मीटर का उत्पादन दर्ज किया, जो पिछले 11 तिमाहियों में सबसे ज्यादा है और इसमें 14 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। कंपनी की AMD डिवीजन ने भी विशेष वर्कवेयर सेगमेंट में इन्वेंट्री सामान्य होने के कारण 14 फीसदी की मात्रा बढ़ोतरी हासिल की।

कंपनी ने बताया कि हाल ही में यूके के साथ हुए मुक्त व्यापार समझौते से पूरे उद्योग को फायदा होगा। यह समझौता अरविंद के लिए नई संभावनाएं खोलेगा, क्योंकि वर्तमान में यूके का कारोबार कंपनी के कुल व्यवसाय का केवल 2 फीसदी है। इसके अलावा, अमेरिका में हाल के टैरिफ उपायों के कारण गारमेंट्स और फैब्रिक की मांग बढ़ी है। प्रमुख अमेरिकी ग्राहकों से सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं, लेकिन टैरिफ बढ़ोतरी का कुछ हिस्सा बिक्री मूल्य में समायोजित होने से मार्जिन पर दबाव पड़ सकता है।

अरविंद ने कहा कि मौजूदा अनिश्चितता के कारण वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए तुंरत कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति पर कोई असर नहीं पड़ेगा। साथ ही कंपनी ने दावा किया कि वह अपने मजबूत प्रदर्शन और रणनीतिक योजनाओं के साथ भविष्य में और बेहतर करने की उम्मीद कर रही है।

First Published : May 15, 2025 | 5:42 PM IST