ऐपल इंक ने भारत में आईफोन मोबाइल उत्पादन में नया कीर्तिमान बनाया है। उसने चालू वित्त वर्ष के पहले 7 महीनों (अप्रैल-अक्टूबर) में 10 अरब डॉलर मूल्य के मोबाइल फोन का उत्पादन किया था, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि से 37 फीसदी अधिक है। वित्त वर्ष 2024 के पहले 7 महीनों में ऐपल ने 7.3 अरब डॉलर मूल्य के आईफोन का उत्पादन किया था।
10 अरब डॉलर ऐपल के लिए काखाने में आईफोन की लागत या कीमत है। जब इसमें बिक्री, वितरण, मार्केटिंग, मार्जिन और लॉजिस्टिक्स का खर्च जुड़ेगा तो इन फोन की अंतिम कीमत 15 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। ऐपल के कुल उत्पादन में से करीब 70 फीसदी या 7 अरब डॉलर मूल्य के उत्पादन का भारत से निर्यात किया गया जबकि 3 अरब डॉलर मूल्य के उत्पादों की आपूर्ति घरेलू बाजार में की गई।
इस साल अक्टूबर में पहली बार किसी महीने आईफोन का उत्पादन 2 अरब डॉलर के पार पहुंचा है। उत्पादन के बारे में जानकारी के लिए ऐपल के प्रवक्ता को ईमेल किया गया मगर कोई जवाब नहीं आया। स्मार्टफोन के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) के बाद ऐपल ने 2021 में व्यापक स्तर पर भारत में आईफोन का उत्पादन शुरू किया था। उस दौरान ऐपल के लिए ठेके पर आईफोन बनाने वाली ताइवानी कंपनियों – फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन (अब टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स) ने भारत में अपनी मेगा फैक्टरियां लगाई थीं।
पीएलआई योजना के तहत सरकार के पास कंपनियों द्वारा जमा कराए गए आंकड़ों के अनुसार फॉक्सकॉन ने अपने चेन्नई के आईफोन कारखाने से 10 अरब डॉलर मूल्य के कुल उत्पादन में से करीब 56 फीसदी का उत्पादन किया है।
इस साल अप्रैल से अक्टूबर के दौरान कुल आईफोन उत्पादन में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की हिस्सेदारी 30 फीसदी रही। विस्ट्रॉन ने कर्नाटक में आईफोन बनाने का कारखाना लगाया था जिसे करीब 18 महीने पहले टाटा ने खरीद लिया था। अधिग्रहण पूरा हेोने के बाद हाल के महीनों में इस कारखाने से आईफोन के उत्पादन में तेजी आई है। शेष 14 फीसदी मूल्य के आईफोन का उत्पादन पेगाट्रॉन ने किया जिसका कारखाना तमिलनाडु में है। ऐपल के लिए ठेके पर आईफोन बनाने वाली तीनों कंपनियों 5 साल की पीएलआई योजना की पात्रता के चौथे साल में हैं।
पिछले साल के मुकाबले इस साल उत्पादन में जितनी वृद्धि हुई है अगर यह रफ्तार ऐसे ही बनी रही तो ऐपल चालू वित्त वर्ष में 18 अरब डॉलर मूल्य के आईफोन उत्पादन का आंकड़ा पार कर सकता है। ऐपल के भारतीय कारखानों में 18 अरब डॉलर लागत वाले आईफोन की बाजार में कीमत 25 अरब डॉलर रहने का अनुमान है।
सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों के लिए कुल 14 पीएलआई योजनाएं शुरू की हैं जिनमें से स्मार्टफोन पीएलआई योजना सबसे सफल रही है।