महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा स्टार्टअप हैपरैम्प के एक प्रमुख निवेशक के तौर पर सामने आए हैं। यह फर्म उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता, डेटा सुरक्षा और उचित सामग्री मुद्रीकरण जैसी सोशल मीडिया की सबसे बड़ी चुनौतियों पर काम कर रही है। इसकी स्थापना 2018 में पांच छात्रों ने मिलकर की थी जो अपने कंप्यूटर विज्ञान स्नातक डिग्री के अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहे थे।
महिंद्रा गुडग़ांव की इस फर्म में 10 लाख डॉलर का निवेश कर रहे हैं। उन्होंने 2018 में ट्िवटर के जरिये घोषणा की थी कि वह किसी भारतीय सोशल मीडिया स्टार्टअप में निवेश कर सकते हैं बशर्ते फर्म कुछ मानदंडों को पूरा करती हो। हाल में अस्तित्व में आई हैपरैम्प ने उस अवसर को भुना लिया। महिंद्रा ने ट्वीट किया कि टीम हैपरैम्प ने बुधवार को सीड फंडिंग हासिल की।
महिंद्रा ने अपने ट्वीट में कहा, ‘दो साल लग गए लेकिन आखिरकार मुझे वह स्टार्टअप मिल गया जिसकी मुझे तलाश थी।’
