अमेरिका की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन ने फिर से गगन सिंह, रवींद्र धारीवाल और जैकब मैथ्यू समेत फ्यूचर रिटेल (एफआरएल) के निदेशकों को पत्र लिखा है, जिसमें फिर से एफआरएल की वित्तीय दिक्कतों को दूर करने में मदद देने की मंशा और सक्षमता दोहराई गई है। इसमें समारा कैपिटल और एफआरएल के बीच समझौता पत्र में प्रस्तावित समाधान भी शामिल है, जिसमें एफआरएल में 7,000 करोड़ रुपये के निवेश पर विचार किया गया है।
एमेजॉन ने एफआरएल के 21 जनवरी के पत्र के जवाब में उससे संपर्क किया है। इस पत्र में किशोर बियाणी की अगुआई वाली एफआरएल ने कहा था कि वह कुछ शर्तों के साथ एमेजॉन का प्रस्ताव स्वीकार करने को तैयार है और प्रस्तावों का आकलन एफआरएल की विधिक बाध्यताओं पर निर्भर करेगा। एमेजॉन ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन अजय त्यागी, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के चेयरमैन अशोक गुप्ता, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निदेशक संजय कुमार मिश्रा और सेबी के पूर्णकालिक सदस्य जी महालिंगम जैसे शीर्ष अधिकारियों को पत्र भेजा है। यह पत्र यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नैशनल बैंक, यूको बैंक और इंडियन बैंक के शीर्ष अधिकारियों को भी पत्र लिखा है। एमेजॉन की तरफ से 22 जनवरी को एफआरएल के स्वतंत्र निदेशकों को भेजा गया पत्र बिज़नेस स्टैंडर्ड ने भी देखा है।
पत्र में कहा गया है, ‘हम इस बात से खुश हैं कि 2 दिसंबर 2020 के हमारे पत्र के बाद पहली बार स्वतंत्र निदेशक एफआरएल की वित्तीय दिक्कतें दूर करने में एमेजॉन की मदद पर विचार करने को तैयार हैं।’ इसमें कहा गया है, ‘हमारा मानना है कि एमेजॉन की तरफ से पेश संभावित समाधान पर विचार करने में एफआरएल एवं स्वतंत्र निदेशकों की अनिच्छुकता के कारण पहले काफी समय बरबाद हुआ है। इसके बावजूद हम समझौतों के तहत अपने अधिकारों के दायरे में एफआरएल की मदद करने की अपनी पेशकश पर अडिग़ हैं।’
इस संबंध में एमेजॉन ने पुष्टि की कि एफआरएल के 21 जनवरी 2022 के पत्र के आधार पर समारा कैपिटल ने एमेजॉन से फिर कहा है कि वह 30 जून 2020 के समझौते को आगे बढ़ाने को लेकर इच्छुक एवं प्रतिबद्ध हैं। यह समझौता समारा, एफआरएल और एफआरएल के प्रवर्तकों के बीच हुआ था, जिसमें स्वतंत्र निदेशकों की मदद एवं सहयोग से 7,000 करोड़ रुपये में खरीद पर विचार किया गया। एमेजॉन के पत्र में कहा गया है, ‘समारा के समझौता पत्र में समारा की अगुआई और एमेजॉन समर्थित भारतीय स्वामित्व एवं नियंत्रित कंपनी के जरिये एफआरएल की सभी खुदरा परिसंपत्तियों के अधिग्रहण का जिक्र किया गया है, जिनमें ईजी डे, आधार, और हेरिटेज ब्रांडों समेत छोटे स्टोर फॉरमेट शामिल हैं।’
एमेजॉन ने कहा है कि उसकी बातचीत से भारतीय अदालतों द्वारा मध्यस्थता प्रक्रियाओं में पारित निषेधाज्ञाओं की बाध्यकारी प्रवृत्ति पर किसी तरह का असर नहीं पड़ेगा। ऐसी चर्चा समझौतों के तहत एमेजॉन के अधिकारों के मुताबिक होगी। एमेजॉन के पत्र में कहा गया है, ‘मुकेश धीरूभाई अंबानी (रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड) समूह के साथ सौदे (विवादित सौदे) पर आगे नहीं बढ़ेगी।’ इसमें कहा गया है, ‘सभी मदद कानून सम्मत ढांचे के जरिये दी जाएगी।’
सूत्रों के मुताबिक जून 2020 में एमेजॉन समर्थित निजी इक्विटी कंपनी समारा कैपिटल ने एफआरएल के साथ गैर-बाध्यकारी समझौता किया था, जिसमें 7,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाना था।