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अधिकार तो होंगे सारे, मगर मुश्किल है डगर

Last Updated- December 09, 2022 | 9:15 PM IST

हैदराबाद स्थित सत्यम कंप्यूटर सर्विस लिमिटेड के नवगठित बोर्ड का मुख्य एजेंडा वित्तीय लेखों को फिर से तैयार करना और प्रबंधन प्रमुख के तौर पर मुख्य वित्तीय अधिकारी की नियुक्ति करना होगा।


नवगठित बोर्ड पर विशेषज्ञों का कहना है कि यह बोर्ड के ऊपर निर्भर करेगा कि वे कंपनी के लिए नये मुख्य कार्यकारी अधिकारी या प्रबंध निदेशक की नियुक्ति करेंगे या नहीं। यह भी हो सकता है कि बोर्ड अंतरिम तौर पर नियुक्त सीईओ के साथ चलने में ही विश्वास रखे।

बोर्ड सत्यम की ऑडिट की कमान संभालने वाली प्राइस वाटरहाउस की छुट्टी भी कर सकता है। गौरतलब है कि कंपनी एक्ट के तहत 5 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर धारक रखने वाली किसी भी फर्म में मुख्य कार्यकारी अधिकारी या प्रबंध निदेशक की नियुक्ति होना अनिवार्य है।

कंपनी उपबंध 49 के तहत लिस्टिंग समझौते के लिए वित्तीय लेख सीईओ और सीएफओं द्वारा मान्यता प्राप्त होने चाहिए। गौरतलब है कि सत्यम के सीएफओ वाडलामनि श्रीनिवास को आंध्रा प्रदेश पुलिस की अपराध जांच विभाग ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है।

नवगठित बोर्ड के ऊपर इंस्टीटयूट ऑफ चार्टर्ड एकाउटेंटस ऑफ इंडिया(आईसीएआई) के अध्यक्ष वेद जैन का कहना है कि कंपनी एक्ट के तहत इस बोर्ड के पास सभी अधिकार हैं।

बोर्ड सदस्यों के तौर पर दीपक पारेख, किरन कार्णिक और ए.अच्यूतन के नाम का खुलासा करते हुए कंपनी मामलों के केन्द्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता ने बताया कि बोर्ड की अगली बैठक सोमवार को होगी।

बोर्ड द्वारा उठाए जाने वाले भावी कदमों की रूपरेखा भी इस बैठक के बाद तय की जाएगी। गुप्ता ने बताया कि बोर्ड अपने अध्यक्ष का चुनाव करेगा और यह भी तय करेगा कि उसे सरकार द्वारा वित्तीय सहायता की जरूरत है या नहीं।

लिस्टिंग एग्रीमेंट के उपबंध 49 के तहत सभी कंपनियों में एक ऑडिट समिति का गठन होना अनिवार्य है। एक ऑडिट समिति शेयरधारकों की जरूरतों और शिकायतों को जानने के लिए भी गठित की जानी चाहिए।

इसके लिए एक ऐसे निदेशक की भी आवश्यकता होती है, जो वित्तीय मामलों का जानकार हो। ऑडिट समिति वाह्य ऑडिटर के चयन करने और कंपनी के आंतरिक नियंत्रण पर निगरानी करने में प्रमुख भूमिका निभाती है।

कंपनी बोर्ड के पुनर्गठन का स्वागत करती है। यह सत्यम की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण घटनाक्रम है और यह कंपनी के इतिहास में नए अध्याय की शुरूआत है।

यह सबसे अच्छा समाचार है, जो पिछले चार हफ्तों के दौरान हमने सुना है।

प्रवक्ता, सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज

हमारी पहली प्राथमिकता होगी कि जल्द से जल्द कंपनी के नए बोर्ड की बैठक की जाए। हमें बड़ा कूड़ा साफ करना है।

दीपक पारेख
एचडीएफसी के अध्यक्ष

कंपनी के संचालन के लिए प्रबंधकों की व्यवस्था करना हमारी पहली प्राथमिकता होगी। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि दुनिया भारत को सूचना प्रौद्योगिकी सेवाओं की आपूर्ति का साफ, सुरक्षित और विश्वसनीय स्रोत मानती रहे।

किरण कार्णिक
नैस्काम के पूर्व अध्यक्ष

नए बोर्ड की प्राथमिकता होगी संकटग्रस्त आईटी कंपनी को पटरी पर लाना और यह सुनिश्चित करना कि दोषी बगैर सजा के न बच निकलें। बोर्ड की बैठक का पहला लक्ष्य होगा कि कंपनी का कारोबार आगे बढे और छवि सुधरे।

सी. अच्युतन
सेबी के पूर्व सदस्य

First Published - January 12, 2009 | 12:32 AM IST

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