प्रमुख विमानन कंपनी अकासा एयर का शुद्ध घाटा वित्त वर्ष 2024-25 में 18.7 फीसदी बढ़कर करीब 1,983 करोड़ रुपये हो गया। इस मामले से अवगत सूत्रों ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा कि कर्मचारी लागत बढ़ने, रखरखाव एवं हवाई अड्डा शुल्क में इजाफा और विदेशी मुद्रा लागत अधिक होने से घाटे को बल मिला।भले ही अकासा के घाटे में इजाफा हुआ, लेकिन अन्य तीन प्रमुख विमानन कंपनियों- इंडिगो, स्पाइसजेट और एयर इंडिया- ने वित्त वर्ष 2025 में बेहतर प्रदर्शन किया। इंडिगो अपने मुनाफे में एक साल पहले के मुकाबले मामूली गिरावट के बावजूद लाभप्रद बनी रही, जबकि स्पाइसजेट मुनाफे में लौट आई और एयर इंडिया ने परिचालन के लिहाज से लाभप्रद होकर घाटे में काफी कमी की।
अकासा एयर के प्रवक्ता ने वित्त वर्ष 2025 के नतीजे के बारे में कहा कि विमानन कंपनी कयासों पर टिप्पणी नहीं करती है। मगर उन्होंने यह भी कहा, ‘इस बात पर भी गौर करना जरूरी है कि किसी भी विमानन कंपनी के शुरुआती वर्ष कर्मचारियों, बेड़े, प्रशिक्षण, परिचालन बुनियादी ढांचे और नेटवर्क में निवेश के लिए समर्पित होते हैं। इसलिए इन वर्षों के दौरान कोई भी विमानन कंपनी मुनाफा दर्ज नहीं कर पाती है। विमानन कंपनी चलाना निर्धारित लागत वाला कारोबार है और मुनाफा कमाने से पहले कारोबार के विस्तार की जरूरत होती है। इसलिए यह कोई अप्रत्याशित या आश्चर्य की बात नहीं है। हमारी दमदार कारोबारी योजना इस तरह के घाटे की भरपाई करती है।’
प्रवक्ता ने कहा कि परिचालन के मोर्चे पर अकासा शुद्ध रूप से मुनाफे में बनी हुई है। उन्होंने कहा, ‘वित्तीय तौर पर हम अपनी योजनाओं से आगे हैं और हमारे निवेशकों ने हमेशा अकासा एयर के दीर्घकालिक दृष्टिकोण और बुनियादी बातों में भरोसा किया है।’
विमानन कंपनी ने अगस्त 2022 में अपना परिचालन शुरू किया था। सूत्रों ने बताया कि उसने वित्त वर्ष 2025 के दौरान कर्मचारी लागत में 36 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। उसके रखरखाव खर्च में 26.6 फीसदी का इजाफा हुआ जबकि विदेशी मुद्रा लागत में 181 फीसदी की उछाल आई। वित्त वर्ष 2025 के दौरान उसके हवाई अड्डा शुल्क में भी 40.9 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
इस बीच, पिछले कुछ महीनों के दौरान अकासा एयर के नेतृत्व में भी बदलाव दिखा है। विमानन कंपनी के उपाध्यक्ष (इन-फ्लाइट सर्विसेज) अजीत भागचंदानी ने हाल में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसकी पुष्टि करते हुए प्रवक्ता ने कहा, ‘अजीत भागचंदानी ने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है। हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं और अकासा के निर्माण में योगदान के लिए उनके आभारी हैं।’