महिंद्रा ऐंड महिंद्रा अगले नौ महीनों के लिए वैकल्पिक साधनों के जरिये दुर्लभ खनिज मैग्नेट की आपूर्ति की योजना बना रही है। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बढ़ते उत्पाद पोर्टफोलियो के बीच कच्चे माल की कमी से निपटने के लिए वह ‘इंजीनियरिंग प्रयास’ करेगी। चीन के प्रमुख दुर्लभ खनिज मैग्नेट पर निर्यात प्रतिबंध लगाने के चलते आपूर्ति श्रृंखला में बाधाएं आई हैं, जिसका असर वाहन और इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्रों सहित उपयोगकर्ता उद्योगों पर पड़ा है।
मैग्नेट वाहन, घरेलू उपकरण और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में आवश्यक घटक हैं। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी अमरज्योति बरुआ ने कहा, ‘हमने जो भी कदम उठाए हैं, उनके आधार पर वित्त वर्ष 2025-26 का इंतजाम तो मोटे तौर पर है। अब हमें कुछ मध्यम और दीर्घकालिक कदमों पर काम करना होगा।’ उन्होंने कहा कि कंपनी ने समस्या से निपटने के लिए वैकल्पिक स्रोतों के माध्यम से भंडार बनाने के लिए कदम उठाए हैं।