कंपनियां

अदाणी की ऑडिटर भारतीय रेगुलेटरी के जांच के घेरे में, EY की मेंबर फर्म से NFRA ने मांगी रिपोर्ट

NFRA ने EY की मेंबर फर्म S.R. Batliboi से यह भी रिक्वेस्ट की है कि वह अदाणी द्वारा नियंत्रित कुछ कंपनियों पर अपने ऑडिट से संबंधित फाइलों और कम्युनिकेशन्स उसके साथ शेयर करे।

Published by
एजेंसियां   
Last Updated- October 25, 2023 | 10:58 PM IST

अदाणी ग्रुप की कंपनियों का ऑडिट करने वाली EY की मेंबर फर्म भारत की अकाउंटिंग रेगुलेटरी के जांच के घेरे में आ गई है। यह जानकारी ब्लूमबर्ग के हवाले से रॉयटर्स ने दी।

नैशनल फाइनैंशियल रिपोर्टिंग अथॉरिटी (NFRA) ने हाल के हफ्तों में भारत में EY की मेंबर फर्मों में से एक S.R. Batliboi की जांच शुरू की है। रिपोर्ट में NFRA ने बाटलीबोई से यह भी रिक्वेस्ट की है कि वह 2014 में अदाणी द्वारा नियंत्रित कुछ कंपनियों पर अपने ऑडिट से संबंधित फाइलों और संबंधित कम्युनिकेशन उसके साथ शेयर करे।

अदाणी की पांच लिस्टेड कंपनियों का ऑडिट करती है S.R. Batliboi

ब्लूमबर्ग ने कहा, यह स्पष्ट नहीं है कि NFRA की जांच में कितना समय लग सकता है या ऑडिटर या कंपनी को क्या परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

एस.आर. बटलीबोई वर्तमान में अदाणी की पांच लिस्टेड कंपनियों – अदाणी पावर, अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी विल्मर, और हाल ही में अधिग्रहीत सीमेंट कंपनियां ACC और अंबुजा सीमेंट्स का ऑडिट करती है।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से अदाणी की कंपनियों को राहत नहीं

अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से ही कंपनी में उछल-पुथल मची हुई है। इसी बीच ब्लूमबर्ग की यह रिपोर्ट में सामने आ गई। हिंडनबर्ग रिपोर्ट में समूह पर टैक्स हेवन और अन्य बिजनेस डीलिंग के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया गया था। हालांकि, अदाणी ने इन आरोपों से इनकार कर दिया था।

डेलॉयट ने भी दिया था ऑडिटर पद से इस्तीफा

अगस्त में, डेलॉइट ने अदाणी पोर्ट्स के ऑडिटर के पद से इस्तीफा दे दिया था, जो जनवरी में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद इस तरह का पहला कदम था।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद समूह की सात मुख्य लिस्टेड कंपनियों ने अपने बाजार पूंजीकरण (mcap) में लगभग 150 अरब डॉलर का नुकसान उठाया और कुछ कर्ज चुकाने के बाद ही उन घाटों के कुछ हिस्सों की भरपाई कर पाई।

First Published : October 25, 2023 | 5:39 PM IST