अदाणी समूह के 62 वर्षीय चेयरमैन गौतम अदाणी कारोबार की पूरी जिम्मेदारी अपने बेटों और अपने भतीजों को सौंपकर 70 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होने की योजना बना रहे हैं। सोमवार को ब्लूमबर्ग न्यूज के साथ बातचीत में उन्होंने यह बात कही। खबर के मुताबिक अदाणी के सेवानिवृत्त होने के बाद उनके चार उत्तराधिकारी होंगे। बेटे- करण और जीत अदाणी तथा भतीजे प्रणव और सागर। ये सभी कारोबार में बराबर के भागीदार होंगे।
ब्लूमबर्ग की खबर में मामले के जानकार लोगों के हवाले से बताया गया कि गोपनीय समझौते के तहत समूह की कंपनियों में हिस्सेदारी को उत्तराधिकारियों के बीच बांटा जाएगा। हालांकि, अदाणी समूह ने रॉयटर्स के अनुरोध का तुरंत कोई जवाब नहीं दिया है।
अदाणी समूह की वेबसाइट के मुताबिक फिलहाल अदाणी पोर्ट्स के प्रबंध निदेशक गौतम अदाणी के बड़े बेटे करण अदाणी जबकि अदाणी एयरपोर्ट्स के निदेशक की जिम्मेदारी उनके छोटे बेटे जीत अदाणी के पास है। अदाणी एंटरप्राइजेज में प्रणव निदेशक हैं तो सागर अदाणी ग्रीन एनर्जी के कार्यकारी निदेशक हैं।
ब्लूमबर्ग की खबर में कहा गया है कि जाहिर तौर पर प्रणव और करण अध्यक्ष पद संभालने के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हैं। गौतम अदाणी ने कहा, ‘किसी भी कारोबार की निरंतरता के लिए उत्तराधिकार काफी महत्त्वपूर्ण है। मैंने यह विकल्प दूसरी पीढ़ी पर छोड़ा है क्योंकि परिवर्तन मूलभूत, क्रमिक और काफी व्यवस्थित तरीके से होना चाहिए।’
अदाणी के बेटों ने ब्लूमबर्ग के साथ अलग से बातचीत में कहा कि जब गौतम अदाणी पदमुक्त होंगे तो संकट अथवा किसी प्रमुख रणनीतिक मसले पर संयुक्त निर्णय लेना जारी रहेगा। यह खबर ऐसे समय में आई है जब अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मुनाफा दोगुना से अधिक रहा है क्योंकि समूह ने नवीकरणीय ऊर्जा में अधिक निवेश के जरिये अपने ऊर्जा कारोबार का विस्तार किया है।