इस महीने तापमान बढ़ोतरी से गर्मी की जल्द शुरुआत का संकेत मिल रहा है। इससे एयर कंडीशनरों (एसी) की बिक्री में बढ़ोतरी की उम्मीद है। संभावना जताई जा रही है कि पुर्जों की कमी की वजह से कंपनियां एसी की कीमतों में चार से पांच प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करेंगी।
हायर और ब्लूस्टार जैसी अग्रणी कंपनियां तथा ईपैक ड्यूरेबल्स जैसी आपूर्तिकर्ताओं ने आने वाले महीनों में मांग में 25 से 30 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना की आपूर्ति के लिए अपनी उत्पादन क्षमता में इजाफा कर दिया है। उद्योग के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि गुणवत्ता नियंत्रण के दिशानिर्देशों, कम्प्रेसर और कॉपर ट्यूब की कमी के कारण उपभोक्ताओं के लिए कीमतों में 1,500 से 2,000 रुपये तक की वृद्धि होने के आसार हैं, क्योंकि कंपनियां उत्पादन की लागत में वृद्धि का बोझ उपभोक्ताओं पर डाल सकती हैं।
ब्लूस्टार इस साल फरवरी में कीमतों में तीन प्रतिशत तक का इजाफा कर चुकी है। दूसरी ओर अगर डॉलर में अत्यधिक उतार-चढ़ाव जैसी मौजूदा परिस्थितियां जारी रहती हैं तो हायर कीमतों में चार से पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकती है।
ब्लूस्टार के प्रबंध निदेशक बी त्यागराजन ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘पिछले साल हमने 57 प्रतिशत की अभूतपूर्व वृद्धि देखी। इस साल हम ऊंचे आधार पर एसी की बिक्री में 25 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। उद्योग ने पिछले साल करीब 1.5 करोड़ एसी बेचे जिनमें से 15 लाख एसी हमने बेचे। इस साल हमारा अनुमान 17.5 लाख एसी बिक्री का है।’
उन्होंने कहा कि कंपनी इस साल अपना विज्ञापन व्यय बढ़ाकर 60 करोड़ रुपये कर रही है। साथ ही उसने नवाचार, अनुसंधान और विकास पर भी अपना खर्च पिछले साल के 40 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 51 करोड़ रुपये कर दिया है, जिसमें अपने उत्पादों को एआई अनुकूल करना भी शामिल है।
उन्होंने कहा, ‘यह बेहतर ग्राहक अनुभव सुनिश्चित करने के लिए है। उपभोक्ता अब आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) वाले ऐसे सामान चाहते हैं जो उनके कूलिंग व्यवहार को समझते हों। हम यह भी शोध कर रहे हैं कि एसी किस तरह अत्यधिक गर्मी की स्थिति में कूलिंग जारी रख सकते हैं और ऐसा करते हुए ऊर्जा की बचत कर सकते हैं।’
हायर देश में तीसरी सबसे बड़ी होम अप्लायंस विनिर्माता कंपनी है। एसी बाजार में उसकी करीब 10 प्रतिशत हिस्सेदारी है। आने वाले समय में बढ़ती मांग पूरी करने के लिए वह अपनी क्षमता बढ़ा रही है। कंपनी ने अपनी एसी विनिर्माण क्षमताओं का विस्तार किया है और ग्रेटर नोएडा संयंत्र में नई इंजेक्शन मोल्डिंग इकाई शुरू की है।
साल 2025 में कंपनी नई पीसीबीए फैक्टरी पर 110 करोड़ का निवेश करेगी और आगे चलकर 700 करोड़ रुपये की एयर कंडीशनर फैक्टरी शुरू करने की योजना बना रही है जो दिसंबर 2026 में चालू हो जाएगी। इससे वे मौजूदा 15 लाख की तुलना में 25 लाख अतिरिक्त एसी यूनिट बन सकेंगी और कुल क्षमता 40 लाख यूनिट हो जाएगी।