रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने संगठित खुदरा कारोबार को अपने कारोबार के लिए बेहद अहम बताते हुए उसमें विस्तार की लंबी चौड़ी योजनाएं बनाई हैं।
उनके मुताबिक इन योजनाओं की वजह से कंपनी अगले 5 साल में खुदरा क्षेत्र में कम से कम 5 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराएगी। अंबानी ने कंपनी की सालाना आम बैठक में कहा, ‘हमारा अनुमान है कि अगले पांच वर्षो में हमारा खुदरा व्यवसाय प्रत्यक्ष तौर पर पांच लाख से अधिक लोगों को रोजगार देगा और अप्रत्यक्ष रूप से इससे कई गुना अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।’
पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान रिलायंस ने उत्पाद बाजार फॉर्मेट पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए रिटेल में कई नई योजनाएं चालू की थीं। इसमें कंपनी ने बड़ी तादाद में कर्मचारी नियुक्त भी किए थे। अंबानी का इरादा आगे भी नई प्रतिभाओं की भर्ती करना है।
कंपनी अधिक सक्रिय और उद्योग उन्मुख कार्यक्रमों के निर्माण में मदद के लिए शिक्षण संस्थानों के साथ भी कार्य कर रही है। इन वर्षो में रिलायंस ने अपनी विकास संभावना को बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ साझेदारी की पहल की है। इनमें दुनिया भर की तमाम कंपनियां शामिल हैं।
कंपनी का आई स्टोर परिचालन के लिए ब्रिटेन के मार्क्स एंड स्पेंसर, यूरोपीय कंपनी पियरले, अमेरिका की एप्पल इंक, ऑफिस उत्पादों और सेवाओं के लिए ऑफिस डिपो तथा खुदरा रियल एस्टेट विकास के लिए वोरनाडो के साथ पहले से ही गठजोड़ है।