कोयले की ऊंची कीमतों से घरेलू स्तर पर कोयला परिवहन के लिए रेलवे पर दबाव बढऩे की आशंका से सरकार रेल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और ईंधन के तीव्र परिवहन के लिए 14 महत्वपूर्ण कोयला निकासी रेल परियोजनाएं चालू करने पर जोर दे रही है। इन परियोजनाओं में तोरी-शिवपुर रेलवे लाइन, झारसुगुडा-बरपाली-सरदेगा रेल लिंक और शिवपुर-कठौटिया रेलवे लाइन शामिल हैं।
कोयला सचिव एके जैन की अध्यक्षता में पिछले महीने हुई बैठक में इन परियोजनाओं की स्थिति और प्रगति की समीक्षा की गई। ईंधन की ऊंची कीमतों के कारण आयातित कोयला आधारित ताप बिजली संयंत्रों के उत्पादन में और गिरावट आने का अनुमान है, और इससे घरेलू कोयले के परिवहन के लिए रेलवे पर दबाव पड़ेगा।
जैन ने कहा कि लगभग 8 प्रतिशत ताप बिजली उत्पादन आयातित कोयला आधारित संयंत्रों से होता था, जो कोयले की ऊंची कीमतों के कारण गिरकर तीन प्रतिशत हो गया है। भविष्य में इसके और कम होने का अनुमान है।