सोने की कीमतों में मंगलवार को लगातार दूसरे सत्र में वृद्धि दर्ज हुई। लेकिन यह सर्वकालिक उच्च स्तर से नीचे कारोबार कर रहा था। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की शुल्क योजनाओं को लेकर अनिश्चितता ने आर्थिक वृद्धि की चिंताएं बढ़ा दी हैं जिससे सुरक्षित निवेश के रूप में सोने में रकम डाली जा रही है।
दिन में हाजिर सोना 0.6 फीसदी बढ़कर 2,914.98 डॉलर प्रति आउंस हो गया। पिछले सप्ताह उसने 2,942.70 डॉलर का रिकॉर्ड उच्च स्तर छुआ था। अमेरिकी सोना वायदा 1 फीसदी बढ़कर 2,928.80 डॉलर पर पहुंच गया।
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ट्रेडयू में एक वरिष्ठ वित्तीय राइटर ने कहा कि ट्रंप 2.0 के कार्यकाल में वैश्विक अर्थव्यवस्था और व्यापक भूराजनीतिक परिदृश्य में अनिश्चितता के कारण सोना जोखिम मुक्त निवेश और केंद्रीय बैंकों की खरीद का स्वाभाविक लाभार्थी बना रहेगा।
पिछले महीने पदभार ग्रहण करने के बाद से ट्रंप ने टैरिफ पर कई कदम उठाते हुए वैश्विक व्यापार के मैदान को तेजी से बदल दिया है जबकि व्यापक जवाबी टैरिफ के लिए योजनाओं पर पहले से ही काम चल रहा है। इन योजनाओं के निशाने पर वे सभी देश हैं जो अमेरिकी उत्पादों पर कर लगाते हैं।
कॉमर्जबैंक के विश्लेषकों ने एक नोट में कहा कि अमेरिकी सरकार की टैरिफ नीति के इर्द-गिर्द अनिश्चितता का लाभ सोने को मिल रहा है। केंद्रीय बैंक की खरीदारी से भी इसे समर्थन मिलना जारी रहेगा, भले ही इस पर कोई नया आंकड़ा न आए। बाजार का ध्यान अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व की जनवरी बैठक के विवरण पर केंद्रित हो गया है जो बुधवार को जारी होगा। इससे केंद्रीय बैंक की ब्याज दर की दिशा का संकेत मिलेगा।