10 महीने के ढलान पर पहुंचा पाम ऑयल का वायदा कारोबार

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 4:43 PM IST

कच्चे तेल और वैकल्पिक उत्पादों की कीमत में गिरावट के मद्देनजर मलेशिया में पाम ऑयल का वायदा कारोबार 10 महीने के निम्नतम स्तर पर पहुंच गया।


कच्चे तेल में हो रही गिरावट से वैश्विक जिंसों की मांग में निवेशकों का विश्वास टूट रहा है। मलयेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज में अक्तूबर की डिलीवरी के लिए पाम ऑयल की कीमत 1.6 फीसदी गिरकर 789 रिंगिट प्रति टन हो गई जो चार मार्च के रिकार्ड स्तर से 41 फीसदी कम है।

क्वालालंपुर में सिटीग्रुप इंक के एक विश्लेषक पेन्नी यॉ ने कहा, ‘सोया तेल और कच्चे पाम ऑयल की कीमतों ने हाल के हफ्तों में आए ऊर्जा, धातु और अन्य जिंसों का अनुकरण किया है। हमारा विश्वास है कि अब पाम ऑयल की कीमतों में बहुत अधिक गिरावट आ चुकी है और चौथी तिमाही में इसकी कीमतों में सुधार होगा।’

दूसरे सबसे बड़े उत्पादक मलयेशिया का पाम ऑयल का भंडार जुलाई में 2.8 फीसदी घट गया। जून में भंडार 20.4 लाख टन की रेकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। पाम ऑयल और सोयाबीन के तेल का उपयोग मुख्य तौर पर खाना पकाने के लिए लिए किया जाता है।

इनका उपयोग जैव ईंधन के तौर पर भी किया जा सकता है। इनकी कीमतों में कभी-कभी कच्चे तेल की कीमतों का भी असर होता है जिसमें पिछले तीन दिनों में पांच फीसदी की कमी आई है। इन्हीं दिनों में सोयाबीन तेल की कीमत में करीब पांच फीसदी की कमी आई है।

एक स्वतंत्र माल पर्यवेक्षक ने कहा कि अगस्त के पहले 10 दिनों में निर्यात में पिछले माह की समान अवधि के मुकाबले 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। न्यू यॉर्क मर्केंटाईल एक्सचेंज में सितंबर डिलीवरी के लिए कच्चा तेल 69 सेंट या 0.6 फीसदी गिरकर 113.76 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया। यॉ ने एक रिपोर्ट में कल कहा था, ‘रमजानन और दीपावली के करीब होने के कारण हमारा अनुमान है कि अगस्त में पाम ऑयल का भंडार 20 लाख टन से नीचे आ जाएगा।’

First Published : August 13, 2008 | 12:48 AM IST