facebookmetapixel
भारत में 60 लाख टन स्टील क्षमता पर नित्या कैपिटल की नजरभारतीय ग्राहकों को मिलेगा इन-कंट्री डेटा प्रोसेसिंग का विकल्प, माइक्रोसॉफ्ट ने की घोषणाQ2 Results: ग्रासिम इंडस्ट्रीज का मुनाफा 76% बढ़ा, सन फार्मा और ब्लू स्टार के प्रॉफिट में इजाफा; डेलिवरी को घाटाStock Market: मंदी में बुरे वक्त के साथी, फिर बनेंगे महारथी?Gold Price: सोने की कीमतों में 1% की तेजी, चेक करें ताजा भावअक्टूबर में डेरिवेटिव ने फिर पकड़ी रफ्तार, दैनिक औसत कारोबार 12 महीने के हाई परMaharashtra: चेक बाउंस मामले में कपड़ा कारोबारियों के अरबों रुपये फंसेM&M ब्लॉक डील के जरिए RBL बैंक में बेचेगी 3.45% हिस्सेदारी, सौदे की कुल वैल्यू ₹682 करोड़PhysicsWallah IPO: 11 नवंबर को खुलेगा ₹3,480 करोड़ का आईपीओ, अलख पांडे और प्रतीक बूब बेचेंगे ₹190 करोड़ के शेयरSun Pharma Q2FY26 results: मुनाफा 3% बढ़कर ₹3,118 करोड़ पर, रेवेन्यू भी बढ़ा

सरकार खूब खरीद रही है मोटे अनाज, पिछले साल से खरीद 50 फीसदी बढ़ी

बीते तीन साल के दौरान मोटे अनाजों की सरकारी खरीद ढाई गुना से अधिक बढ़कर 19 लाख टन हुई।

Last Updated- December 20, 2024 | 8:10 PM IST
Government is buying a lot of coarse grains, purchase increased by 50 percent since last year सरकार खूब खरीद रही है मोटे अनाज, पिछले साल से खरीद 50 फीसदी बढ़ी

Govt Procurement of Coarse Grains/ Millets: देश में अन्न श्री/मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। किसानों को इन अनाजों की वाजिब कीमत दिलाने के लिए सरकार इनकी खरीद पर भी जोर दे रही है। बीते दो-तीन साल के दौरान मोटे अनाजों की सरकारी खरीद में तेज इजाफा हुआ है। इस साल इन अनाजों में सबसे अधिक रागी की खरीद हुई है। किसानों को मोटे अनाज उगाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने बीते वर्षों में इनके न्यूनतम समर्थन मूल्य में भी इजाफा किया है।

इस साल कितनी हुई मोटे अनाजों की सरकारी खरीद?

सरकार मोटे अनाजों में बाजरा, रागी, ज्वार और मक्का को मुख्य तौर पर खरीद रही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2024-25 में अब तक करीब 19 लाख टन मोटे अनाजों की सरकारी खरीद हो चुकी है। इस साल इनमें सबसे अधिक रागी की खरीद हुई है। राज्य सरकारों ने इस साल 8.30 लाख टन रागी खरीदी है। यह पिछले साल खरीदी गई 2.30 लाख टन रागी से साढ़े गुना से भी ज्यादा है। रागी के बाद बाजरा की सबसे अधिक खरीद हुई है। इस साल 7.13 लाख टन बाजरा की सरकारी खरीद हुई है, यह पिछले साल की सरकारी खरीद 6.96 लाख टन से अधिक है। इस साल मोटे अनाजों में ज्वार की सरकारी खरीद 1.96 लाख टन, मक्का की 1.60 लाख टन रही।

Also read: क्या भारत को ‘टाटा, बाय-बाय’ कहने वाली है Starbucks? Tata Consumer Products ने खबरों पर दिया अपडेट

बीते सालों में कितनी हुई मोटे अनाजों की सरकारी खरीद?

बीते दो-तीन साल से मोटे अनाजों की सरकारी खरीद तेजी से बढ़ रही है। राज्य सरकारों ने वर्ष 2022-23 के दौरान 7.37 लाख टन मोटे अनाज खरीदे थे। इसके अगले साल 2023-24 में सरकारों ने इससे कहीं अधिक 12.55 लाख टन मोटे अनाजों की खरीद की। सरकारी खरीद में इतनी बड़ी वृद्धि की मुख्य वजह बाजरा की सरकारी खरीद में 3 गुना इजाफा होना है। वर्ष 2024-25 में तो इससे पहले वाले वर्ष से भी काफी अधिक खरीद हुई। 2024-25 में वर्ष 2023-24 की 12.55 लाख टन खरीद की तुलना में करीब 19 लाख टन मोटे अनाजों की खरीद हुई। खरीद में 50 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी की मुख्य वजह रागी की सरकारी खरीद बढ़कर लगभग दोगुनी होना है।

First Published - December 20, 2024 | 8:10 PM IST

संबंधित पोस्ट