Gold prices at fresh all time high: सोना गुरुवार (27 मार्च) को एक बार फिर से नए ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। इससे पहले ब्याज दरों पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) के फैसले के बाद 20 मार्च यानी ठीक एक हफ्ते पहले इसने रिकॉर्ड हाई बनाया था। मौजूदा कैलेंडर ईयर के दौरान आज सोना 17वें दिन नई ऊंचाई पर पहुंचा है।
ग्लोबल लेवल पर बेंचमार्क यूएस गोल्ड फ्यूचर्स कॉमेक्स पर गुरुवार को कारोबार के दौरान रिकॉर्ड 3,065.50 डॉलर प्रति औंस के नए उच्चतम स्तर तक ऊपर गया। इससे पहले इसने 20 मार्च को 3,065.20 डॉलर का रिकॉर्ड हाई बनाया था हालांकि बेंचमार्क स्पॉट गोल्ड रिकॉर्ड हाई से थोड़ा पीछे रह गया। इसने आज 3,056 डॉलर प्रति औंस का इंट्राडे हाई बनाया जबकि 20 मार्च को यह रिकॉर्ड 3,057.21 डॉलर तक ऊपर गया था।
घरेलू मार्केट में भी सोना अपने उच्चतम स्तर 89,796 के बेहद करीब कारोबार कर रहा है। आज कारोबार के दौरान एमसीएक्स (MCX) पर सोने का बेंचमार्क जून कॉन्ट्रैक्ट 89,335 रुपये तक चढ़ा। उधर घरेलू स्पॉट मार्केट में सोना 24 कैरेट (999) 626 रुपये मजबूत होकर 88,417 रुपये पर बंद हुआ। घरेलू गोल्ड फ्यूचर्स की तर्ज पर पिछले गुरुवार को यह 88,761 रुपये के रिकॉर्ड हाई पर देखा गया था ।
स्पॉट गोल्ड (Rupees/10 gm)
गोल्ड | 26 मार्च 2025 (क्लोजिंग प्राइस/ 10 ग्राम) | 27 मार्च 2025 (क्लोजिंग प्राइस/10 ग्राम) | बदलाव |
गोल्ड 24 कैरेट (999 ) | 87,791 | 88,417 | +626 |
गोल्ड 24 कैरेट (995) | 87,439 | 88,063 | +624 |
गोल्ड 22 कैरेट (916) | 80,417 | 80,990 | +573 |
सिल्वर/kg | 98,794 | 99,775 | +981 |
Source: IBJA
ब्याज दरों में कटौती की संभावना, अमेरिका सहित दुनिया की अर्थव्यवस्था में स्लोडाउन और महंगाई के बढ़ने की आशंका के मद्देनजर ज्यादातर जानकार सोने को लेकर फिलहाल बेहद बुलिश हैं। उनका मानना है कि ग्लोबल लेवल पर ट्रेड वॉर छिड़ने की आशंका के मद्देनजर जो अनिश्चतिता की स्थिति बनी है उसमें बतौर सुरक्षित विकल्प (safe-haven) सोने की मांग बरकरार रह सकती है। साथ ही बढ़ते जियो-पॉलिटिकल टेंशन की वजह से भी बतौर सुरक्षित विकल्प सोने की मांग में और तेजी आने की उम्मीद है। इतना ही नहीं महंगाई के खिलाफ ‘हेज’ के तौर पर सोने की पूछ परख भी बढ़ रही है।
इसके अलावा इन्वेस्टमेंट डिमांड और सेंट्रल बैंकों की खरीदारी भी कीमतों के लिए सपोर्टिव हैं।
सोने में रिकॉर्डतोड़ तेजी के बीच लोग इसके ईटीएफ में जमकर निवेश कर रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि पिछले 8 हफ्ते से गोल्ड ईटीएफ में लगातार इनफ्लो बना हुआ है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) के मुताबिक 21 मार्च को खत्म हुए हफ्ते के दौरान ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ईटीएफ में 3.1 बिलियन डॉलर (+31.3 टन) का नेट इनफ्लो आया। पिछले यानी 14 मार्च को खत्म हुए हफ्ते के दौरान भी 3.1 बिलियन डॉलर (+32.7 टन) का इनफ्लो आया था।
सोने की कीमतों में तेजी और इनफ्लो के दम पर 21 मार्च तक गोल्ड ईटीएफ का एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी AUM बढ़कर रिकॉर्ड 332.4 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया। टोटल होल्डिंग भी इस दौरान 3,425.9 टन पर दर्ज किया गया जो 23 जून 2023 के बाद सबसे ज्यादा है। टोटल होल्डिंग 23 जून 2023 को खत्म हुए हफ्ते के दौरान 3,435.1 टन था।
उधर चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (PBoC) के मुताबिक उसकी तरफ से फरवरी में 5 टन सोने की खरीद की गई। छह महीने के ब्रेक के बाद पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने लगातार चौथे महीने गोल्ड खरीदा है। फरवरी के अंत तक चीन का गोल्ड रिजर्व बढ़कर 2,290 टन पर पहुंच गया जो उसके कुल फॉरेक्स रिजर्व का 5.9 फीसदी है।
यदि ट्रंप की नीतियों की वजह से चीन और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर टकराहट और बढ़ती है तो शायद चीन का केंद्रीय बैंक सोने की खरीद में और तेजी लाए। इस बात की गुंजाइश इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि चीन के कुल विदेशी मुद्रा भंडार में गोल्ड की हिस्सेदारी अभी भी 6 फीसदी के नीचे है। जबकि भारत के कुल विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी बढ़कर 11 फीसदी के ऊपर पहुंच गई है। जानकार मानते हैं के बदलते भू-राजनीतिक परिदृश्य (geo-political scenario) के मद्देनजर चीन गोल्ड की हिस्सेदारी को कम से कम 10 फीसदी तक बढ़ाना चाहेगा।